जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक
उदयपुर, 29 सितम्बर। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सोमवार को जिला कलक्टर के निर्देशन एवं जिला परिषद सीईओ रिया डाबी की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में हुई। इसमें सीएमएचओ, डिप्टी सीएमएचओ , एडिशनल सीएमएचओ, डीपीसी आरएमएससी, एसएमओ डब्ल्यूएचओ, शहर प्रभारी, डीपीएम, यूपीएम, डीएनओ, प्रतिनिधि यूएनएफपीए, बीसीएमओ, बीपीएम और जिले के सीएचसी प्रभारियों ने भाग लिया।
बैठक में सीएमएचओ डॉ शंकर एच बामनिया ने बताया कि मौसमी बीमारियो के फैलने का खतरा अभी भी है, किसी भी क्षेत्र में मौसमी बिमारियों के होने पर इसकी सूचना तुरंत सीएमएचओ कार्यालय को दे ताकि समय पर टीमों को भेज कर कार्यवाही की जा सके और कोई अनहोनी नहीं हो पाये। स्वस्थ नारी सशक्त परिवार शिविरों में अधिक से अधिक लोगों की जांच करने को कहा। महिलाओं के स्वास्थ्य से संबंधित सभी जांचें एवं एनसीडी जांच कर पोर्टल पर एंट्री करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को प्रथम त्रैमासिक में ही रजिस्ट्रेशन करना सुनिश्चित करें। कलक्टर महोदय द्वारा इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आयुष्मान आरोग्य योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक पेकेज बुक करने के निर्देश दिए।
सीएमएचओ डॉ बामनिया ने मां वाउचर योजना में आवश्यकतानुसार वाउचर बनाने और एक महीने में सोनोग्राफी करवाना सुनिश्चित करने तथा जन्म प्रमाण पत्र पीसीटीएस आईडी से जारी करने के निर्देश दिए ।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रागिनी अग्रवाल ने बताया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत नसबंदी केस बढ़ाने के निर्देश दिए। कोटडा, झाड़ोल, फलासिया में केस बढ़ाने के लिए कहा हैं। पीपीआईयूसीडी में शहरी क्षेत्र, सायरा और ऋषभदेव को इसे सुधारने के निर्देश दिए । परिवार कल्याण के साधन मंगवाने हेतु आनलाइन इंडेंट करवाने के निर्देश दिए।
आर सी एच की समीक्षा में डीएनओ प्रताप सिंह ने बताया कि एएनसी रजिस्ट्रेशन गोगुंदा और सायरा में समय पर करने को कहा है।संस्थागत प्रसव कम होने पर कोटडा, गोगुंदा और फलासिया को स्थिति में सुधार करने के निर्देश दिए। जेएसवाई और लाडो योजना के पेमेंट के गेप को कम किया जाना है । इसमें और सुधार करने के निर्देश दिए। मिसिंग डिलिवरी में झाड़ोल, कोटडा और उदयपुर शहर को सुधार करने के सीएमएचओ ने निर्देश दिए।
एसएमओ डब्ल्यूएचओ डॉ अक्षय व्यास ने बताया कि 12 अक्टूबर से पल्स पोलियों अभियान शुरू किया जायेगा। वल्लभ नगर, कुराबड़ और सायरा में पूर्ण टीकाकरण करने के निर्देश दिए । उदयपुर जिले में टीकाकरण की स्थिति अच्छी है।
डिप्टी सीएमएचओ डॉ विक्रम सिंह ने बताया कि अभी तक मौसमी बीमारियो को उदयपुर जिले में फैलने से रोकने में सफल रहे हैं। मलेरिया डेंगू चिकनगुनिया आदि मच्छर जनित बीमारियो को रोकने के लिए सोर्स रिडक्शन, एंटी लार्वल एक्टिविटी की जा रही है। शहर में चिकित्सा विभाग द्वारा सघन अभियान चलाया जा रहा है ।प्रत्येक शनिवार सभी चिकित्सा संस्थानों द्वारा गतिविधियां की जा रही है। चिकित्सा प्रभारियों को मोनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
एनसीडी नोडल डॉ प्रणव भावसार ने बताया कि एन सी डी की रेंकिंग बढानी है। 30 वर्ष से अधिक के लोगों को एनसीडी के तहत पंजीकृत करना है। आशाओं और एएनएम को अपनी आईं डी से पोर्टल पर एंट्री करने के निर्देश दिए । आभा आईडी बनाकर सभी एनसीडी मरीजों की पोर्टल पर शत-प्रतिशत एंट्री करवाने को कहा। जिला क्षय अधिकारी डॉ आशुतोष सिंघल ने बताया कि जिले टीबी संभावित रोगियों की स्क्रीनिंग कर जांच करवाई जाये। टीबी के रोगियों की एच आई वी की जांच करवाई जाये। नाट टेस्ट 200ः तक बढ़ाने के लिए कहा है। निक्षय आईडी बनाने में उदयपुर ने अच्छा काम करते हुए रेंकिंग में अच्छा सुधार किया है। डीपीसी आरएमएससी डॉ मोहन सिंह धाकड़ ने बताया कि मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना के अंतर्गत जहां जांचें कम हो रही है उसे बढ़ाया जाये।
