Temple

श्रीनाथजी मंदिर ( Shrinathji Temple )

श्रीनाथजी मंदिर ( Shrinathji Temple )

श्रीनाथजी को आगरा और ग्वालियर के माध्यम से राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र में लाया गया था ताकि औरंगजेब के दमनकारी शासनकाल के दौरान हो रहे हिंदू मंदिरों के व्यापक विनाश से सुरक्षा की जा सके। माना जाता है कि प्रतिमा ले जाते हुए रथ, यात्रा करते समय मेवाड़ के सिहाड़ गांव में कीचड़ में फंस गया था, और इसलिए मूर्ति की स्थापना मेवाड़ के तत्कालीन राणा की अनुमति के साथ एक मंदिर में की गई थी। धार्मिक मिथकों के अनुसार, नाथद्वारा में मंदिर का निर्माण 17 वीं शताब्दी में श्रीनाथजी द्वारा स्वयं चिन्हित किए गए स्थान पर किया गया था।…
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महाकालेश्वर मंदिर उदयपुर ( Mahakaleshwar Temple Udaipur )

महाकालेश्वर मंदिर उदयपुर ( Mahakaleshwar Temple Udaipur )

महाकालेश्वर मंदिर उदयपुर के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह फतेह सागर झील के पास, पन्ना विलास के सामने एक शानदार बैकग्रॉउंड के साथ स्थित है। मंदिर भगवान शिव (महाकाल) को समर्पित है और माना जाता है कि यह 900 वर्ष से अधिक पुराना है। लोककथाओं के अनुसार, लोकप्रिय संत और भगवान शिव भक्त गुरु गोरखनाथ ने इस धार्मिक स्थल पर पूजा की थी। इस खूबसूरत नक्काशीदार मंदिर के मुख्य मंदिर में काले पत्थर का शिवलिंग है। मंदिर में प्रतिदिन आरती की जाती है, लेकिन रुद्राभिषेक आरती मुख्य आकर्षण है, जो बड़ी संख्या में भक्तों को आकर्षित करती है।…
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एकलिंगजी मंदिर उदयपुर  ( Eklingji Temple Udaipur)

एकलिंगजी मंदिर उदयपुर ( Eklingji Temple Udaipur)

एकलिंग राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित एक मंदिर परिसर है। यह स्थान उदयपुर से लगभग १८ किमी उत्तर में दो पहाड़ियों के बीच स्थित है। वैसे उक्त स्थान का नाम 'कैलाशपुरी' है परन्तु यहाँ एकलिंग का भव्य मंदिर होने के कारण इसको एकलिंग जी के नाम से पुकारा जाने लगा। भगवान शिव श्री एकलिंग महादेव रूप में मेवाड़ राज्य के महाराणाओं तथा अन्य राजपूतो कुल देवता हैं।मान्यता है कि यहाँ में राजा तो उनके प्रतिनिधि मात्र रूप से शासन किया करते हैं। इसी कारण उदयपुर के महाराणा को दीवाण जी कहा जाता है।ये राजा किसी भी युद्ध पर जाने…
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जगदीश मंदिर उदयपुर  -(Jagdish Temple Udaipur)

जगदीश मंदिर उदयपुर -(Jagdish Temple Udaipur)

जगदीश मंदिर उदयपुर के मध्य में स्थित एक विशाल मंदिर है। इसका निर्माण १६५१ में समाप्त हुआ। उदयपुर में यह पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केन्द्र है।यह मंदिर मारू-गुजराना स्थापत्य का उत्कृष्ट उदाहरण है। इसमें विष्णु की मूर्त्ति स्थापित है। यह उदयपुर में सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है।इस मंदिर का शिखर लगभग 79 फीट लंबा है और इसे आप दूर से आसानी से भी देख सकते हैं। मुख्य मंदिर में काले पत्थर में भगवान विष्णु की चार भुजाओं वाली मूर्ती है और इसके चारों ओर चार छोटे मंदिर भी मौजूद हैं।
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