ब्राह्मणों व राजपूतों ने बारी-बारी से मुख्यमंत्री बनाने की मांग रखी
जयपुर। प्रदेश के ब्राह्मण एवं राजपूत समाज के लोग अब और अन्याय नहीं सहेंगे। यह कहना है “हम भारत के ब्राह्मण” मिशन के संयोजक योगेश्वर नारायण शर्मा का, जिन्होंने गुरुवार को राजधानी जयपुर स्थित यूथ होस्टल में प्रेसवार्ता आयोजित कर इन दोनों समाजों की पीड़ा से पत्रकारों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि विगत 75 वर्षों में जान बूझकर दोनों बड़ी पार्टियों भाजपा और काँग्रेस ने आशापूर्वक भारत को भारत बनाने वाले ब्राह्मण और राजपूत समाजों को अन्य समाजों की अपेक्षा दयनीय स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है। इस तरह अब दोनों ही समाजों के लोगों के लिए यह अत्याचार सहन करने की सीमा समाप्त हो गई है। उन्होंने बताया कि “मिशन-हम भारत के ब्राह्मण” के तहत ब्राह्मण व राजपूत समाजों के साथ 30 राजपूत बाहुल्य ग्राम पंचायतों एवं प्रतापगढ, उदयपुर, जैसलमेर व कुचामनसिटी से बड़ी संख्या में पहुंचे दोनों समाजों ने संयुक्त रूप से पूरे राजस्थान में ब्राह्मण और राजपूत समाजों को एक मंच पर लाने का दृढ संकल्प लेते हुए बिना क्रोध, बिना विरोध किए मिशन की अवधारणा का लचीला रूख अपनाते हुए अधोलिखित तीन मांगों पर अपनी सहमति दी है। इनकी तीन मांगों में पहली मांग विगत 75 वर्षों में राजपूत व ब्राह्मण दोनों बड़े समाजों की निर्दोष तीन पीढ़ियों को बर्बादी की सीमा तक नुकसान पहुंचाया गया है। इसलिए अब आगे के 30 वर्षों तक दोनों बड़ी पार्टियों भाजपा व कॉंग्रेस में से कोई भी एक बार ब्राह्मण को एक बार राजपूत को मुख्यमंत्री बनाए। दूसरी मांग यह है कि दोनों बड़ी पार्टियां अनारक्षित 141 सीटों में से 71 सीटों पर राजपूतों को और 70 सीटों पर ब्राह्मणों को टिकट देवे।
तीसरी मांग यह है कि आरक्षित सीटों पर वर्ष 1961 से पहले के दो सदस्यीय निर्वाचन क्षेत्र के संविधानिक अधिकार को फिर से बहाल करके चुनाव लड़ने का अधिकार दिया जाए। इन तीनों ही मांगों को लेकर दोनों बड़ी पार्टियों और प्रधानमंत्री को लिखित में प्रार्थना दी जा चुकी है। इसलिए यदि दोनों बड़ी पार्टियों ने चुनाव से तीन महिने पहले इन तीनों मांगों पर अपना मत स्पष्ट नहीं किया तो राजपूत और ब्राह्मण समाज मिलकर कठोर व बड़ा निर्णय लेंगे। प्रेसवार्ता के दौरान मिशन के डॉ. श्याम सुंदर सेवदा, संजय तिवाड़ी, श्रीपाल सिंह रसाल (कुचामनसिटी), दलपत सिंह गच्छीपुरा (मकराना), ऋषिराज राठौड़ (केकड़ी) सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।