उदयपुर। सांसद डॉक्टर मन्नालाल रावत ने कहा कि चर्च की सत्ता यानि अंग्रेजी शासन एवं ईसाई मिशनरी के विरूद्ध हुंकार भरने वाले भगवान बिरसा मुंडा आज भी आदिवासी समाज के लिए आदर्श और प्रेरणा के स्त्रोत है।
सांसद डॉ रावत ने केवड़िया, गुजरात में आयोजित भगवान बिरसा मुंडा विषयक राष्ट्रीय परिसंवाद में यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा भारतीय स्वाधीनता के महानायक है जिनको आमजन में भगवान कहा जाता है। वे जनजाति समाज की पहचान व अस्मिता के प्रतीक है। उन्होंने चर्च की सत्ता यानि अंग्रेजी शासन एवं ईसाई मिशनरी के विरूद्ध हूंकार भरी थी और टोपी टोपी एक साहेब का नारा दिया था। अंग्रेजों को भगाकर अपना राज लाने की बात की तो कैसे अंग्रेजों ने उनको जहर दिया सांसद डॉ रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने जनजाति गौरव दिवस घोषित कर हजारों गुमनाम नायकों को सम्मान दिया है। यह गौरव की बात है।
गुजरात सरकार द्वारा आयोजित इस परिसंवाद में झारखंड, गुजरात, झारखंड, दिल्ली, राजस्थान सहित राज्यों के 500 से अधिक शोधार्थी प्रोफेसर्स लेक्चर्स आदि प्रतिभागी भाग लिया।
अंग्रेजी शासन एवं ईसाई मिशनरी के विरूद्ध हुंकार भरने वाले बिरसा मुंडा आज भी आदर्श: सांसद डॉ रावत
