पंजाब के राज्यपाल कटारिया ने मेवाड़ हार्मनी ग्रुप द्वारा पीपीपी मोड पर बनायी सड़क का किया उद्घाटन
उदयपुर। मेवाड़ हार्मनी ग्रुप द्वारा सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत मेवाड़ औद्योगिक क्षेत्र में निर्मित करायी गई सड़क का आज पंजाब के राज्यपाल एवं चण्डीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया ने उद्घाटन कर सड़क को जनता को समर्पित किया।
उद्घाटन के पश्चात यूसीसीआई में आयोजित यूसीसीआई में उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज के पी.पी.सिंघल सभागार में दक्षिण राजस्थान के उद्यमियों के साथ एक संवादात्मक बैठक का कार्यक्रम में बोलते हुए राज्यपाल कटारिया ने कहा कि मेवाड़ हार्मनी द्वारा पीपीपी मोड पर बनायी गई यह सड़क वाकई में क्षेत्र के विकास में और प्रदूषण नियंत्रण में कारगर साबित होगी। उन्होंने उदयपुर के विकास के लिए एक और नया इंडस्ट्रियल एरिया को डेवलप करने की बात कही। साथ ही कहां थी जो भूमि अभी इंडस्ट्रियल एरिया में पड़ी है उसका भी कैसे सदुपयोग हो इसके बारे में भी विचार करना चाहिए। ऐसे कार्य अनवरत चलने चाहिए।
उन्होंने कहा कि मेवाड़ हार्मनी ग्रुप जनहित के अनेक कार्य करता रहा है। जिसमें यह सबसे बड़ा कार्य है। सरकार में रहते हुए पीपीपी मोड पर उन्होंने भी कई स्कूलों अस्पतालों में काम करवायें लेकिन पीपीपी मोड पर सड़क बनाना यह पहली बार उनकी जानकारी में आया है। इस संबंध में वह राज्य सरकार से बात कर इस तरह के प्रोजेक्ट को प्रोत्साहन देने की बात कहेंगे। उन्होंने रीको और यूसीसीआई को इस कार्य के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह के कार्य होने से निश्चित ही क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि उदयपुर में मेवाड़ हार्मनी जैसे दानदाताओं और भामाशाहों की कोई कमी नहीं है। वह राज्य सरकार के साथ मिलकर इस तरह के कार्यों को बढ़ावा देने का आग्रह करेंगे। आज हमें इस बात को समझना होगा कि राज्य सरकारों को जनता को साथ में लेकर काम करना है। दानदाताओं की पीड़ाओं को भी समझना होगा। दानदाता प्रोजेक्ट लेकर सरकारी विभागों के चक्कर काटते रहते हैं लेकिन उन्हें महत्व नहीं दिया जाता। कटारिया ने कहा कि जब वह शिक्षा मंत्री थे तब उन्होंने दानदाताओं के सहयोग से विभिन्न सरकारी विद्यालय में कई काम करवाए। लगभग 200 करोड़ से अधिक रुपए प्रतिवर्ष स्कूलों में दानदाताओं द्वारा प्राप्त होते थे। दानदाताओं को प्रोत्साहन देने के लिए उन्होंने भामाशाह सम्मान योजना शुरू करवाई जो आज तक चल रही है।
कटारिया ने पीपीपी मोड पर उदयपुर के विकास की चर्चा करते हुए कहां की हमारे एमबी जनरल हॉस्पिटल में 100 करोड़ से अधिक के कार्य भामाशाहों द्वारा करवाए गए हैं आज कोई भी मशीन ऐसी नहीं है जो अन्य जगहों पर हो और हमारे हॉस्पिटल में उपलब्ध नहीं हो। इसी तरह का काम उन्होंने आयड नदी में भी किया। आज वह गंदगी और दुर्गंध से मुक्त होकर साफ और और स्वच्छ दिखाई देती है। दान देने वालों की उदयपुर में कोई कमी नहीं है लेकिन दान लेने वाला भी उस योग्य होना चाहिए। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया को याद करते हुए कहा कि उन्होंने जो देवास का ऐतिहासिक काम किया उस काम को पीढ़ियां याद रखेगी। लेकिन उनके बाद वह काम आगे नहीं बढ़ पाया। कटारिया ने कहा कि बाद में उन्होंने इसके लिए प्रयास किये और वसुंधरा राजे की सरकार के दौरान देवास को गति मिली। आज देवास की वजह से उदयपुर शहर के जिले 12 महीने भरी रहती है।
यूसीसीआई अध्यक्ष मनीष गलुंडिया ने कहा कि पीपीपी मोड पर बनी यह सड़क मात्र सड़क नहीं है बल्कि यह भविष्य के विकास को दर्शाने वाला एक मॉडल है। यह सड़क आने वाले समय में इस एरिया में विकास के नए आयाम स्थापित करेगी। इस सड़क के माध्यम से और लोगों का जुड़ाव होगा एवं प्रदूषण नियंत्रण में भी सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि यूसीसीआई ने इससे पूर्व भी पीपीपी मोड पर कई कार्य किए हैं जिनमें बच्चों को स्कूली शिक्षा, स्वास्थ्य संबंधी कार्य एवं डंपिंग यार्ड बनाना शामिल है।
पीपीपी मोड पर बनी यह सड़क वाकई में क्षेत्र के विकास में और प्रदूषण नियंत्रण में कारगर साबित होगी। उन्होंने उदयपुर के विकास के लिए एक और नया इंडस्ट्रियल एरिया को डेवलप करनें की बात कही, साथ ही कहां कि जो भूमि अभी इंडस्ट्रियल एरिया में पड़ी है उसका भी कैसे सदुपयोग हो इसके बारे में भी विचार करना चाहिए।
समारोह में पूर्व विशिष्ट अतिथि रीको की प्रबन्ध निदेशक श्रीमती शिवांगी स्वर्णकार, सेलो वर्ल्ड लिमिटेड के सीएमडी प्रदीप घीसूलाल राठौड़, राज्य के पूर्व मुख्य सचिव पी.एन. भंडारी, यूसीसीआई के संरक्षक बी.एच. बापना,रीको जयपुर के महाप्रबन्धक डी.के.शर्मा, रीको महाप्रबधक अजय पण्ड्या ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कई सुझाव दिए। कार्यक्रम का संचालन साक्षी जैन ने किया। प्रारंभ में दीप प्रज्वलन के रस्म के बाद अतिथियों का माल्यार्पण एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर यूसीसीआई महासचिव अशीष छाबड़ा सहित अनेक उद्योगपति मौजूद थे।
शहर में एक और औद्योगिक क्षेत्र का विकास होः राज्यपाल कटारिया
