अफ्रीकाःजहाँ हर वस्तु आयात होती है,वहाँ निवेश की अपार संभावनायेंःपीएचडी चैम्बर

उदयपुर के उद्यमियों ने अफ्रीका में निवेश के लिए दिखाई गहरी रूचि
उदयपुर। पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्स्ट्रीज के स्थानीय सयोजक मुकेश माधवानी ने बताया पीएचडी चेम्बर ऑफ कॉमर्स एवं अराईज़ इन्टीग्रेटेड इन्डस्ट्रीयल प्लेटफार्म द्वारा अफ्रीका में निवेश पर होटल द ललित पैलेस में सेमिनार आयोजित की गई।
कार्यक्रम में बोलते हुए अराईज़ आईआईपी के बिज़नेस डेवलपमेंट मैनेजर अमित कौशिक ने अफ्रीका में निवेश की संभावनाओं पर बोलते हुए कहा कि अफ्रीका में जहाँ हर वस्तु आयात होती है, वहाँ निवेश की अपार संभावनायें है। अराइज आईआईपी अफ्रीका के विभिन्न देशों में जहाँ पर निवेश की अपार सम्भावनाएं है, कच्चे माल की उपलब्धता है तथा परिस्थितियाँ उद्योग स्थापित करने के लिए अनुकूल है ऐसे देशों में अत्याधुनिक एवं बड़े स्तर पर इंडस्ट्रियल पार्क एवं अन्य आधारभूत सुविधाएं विकसित कर रहा है यहाँ पर निवेशक बिना किसी कठिनाई के कम समय में अपने उद्योग स्थापित कर सकते है तथा अफ्रीका में व्याप्त स्थानीय बाजार एवं अमेरिका एवं यूरोपीय देशो में अपने उत्पाद सुगमता से निर्यात कर सकते है।
अब तक अराइज 12 देशों में इस तरह की सुविधायें विकसित कर चुकी है जिनमे काई भारतीय कम्पनियाँ भी कार्यरत है। उद्योग लगाने के लिए इन पार्काे में बने हुए शेड लीज पर उपलब्ध कराये जाते है तथा वहाँ अफ्रीका में निवेश के लिये सभी प्रकार की क्लीयरेंस की सुविधायें उपलब्ध करानें के लिये सिगल विंडो की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। बिजनेस प्लान पर निवेश निर्भर करता है तथा इसके लिए ऋण आदि के लिए भी अराइज उद्यमियों को सहायता प्रदान करता है। अफ्रीका में रोशनी के लिये केन्डल का उपयोग किया जाता है इसलिये वहाँ सोलर क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनायें है। वहां मजदूरों की  औसतन सैलरी 108 डॉलर है तथा बिजली भी बिना किसी व्यवधान के उचित दर पर उपलब्ध है।
पीएचडी चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्स्ट्रीज के क्षेत्रीय निदेशक राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि अफ्रीका में एग्रो प्रोसेसिंग,टेक्सटाईल, ओटोमोबाईल एण्ड ओटो कम्पनीज़,पैकेजिंग,टिम्बर, वेस्ट रिसाईकिलिंग, फार्मास्युटिकल,इलेक्ट्रोनिक्स व इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में वंहा काम करने की बहुत सम्भावनायें है।
उन्होंने कहा कि निवेशकर्ता के मन में वहाँ निवेश करने की ईच्छाशक्ति होनी चाहिये। वहाँ निवेश के लिये ऋण प्राप्त करने हेतु किसी भी प्रकार कीे कोई कोलेटरल सिक्योरिटी देने की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि वहाँ की सरकार अराईज द्वारा अप्रूव किये गये प्लान पर भरोसा कर ऋ़ण उपलब्ध कराती है। अफ्रीका अभी एक रॉ मार्केट है जिसे किसी भी ओर मोड़ा जा सकता है। गुप्ता ने बताया की कार्यक्रम के पश्चात अधिकारी जानकारी के लिए उद्यमी पीएचडी चौम्बर से संपर्क कर सकते हैँ। सेमिनार में अनेक उद्योगपति,व्यवसायी मौजूद थे।
उदयपुर के प्रसिद्ध उद्योगपति एवं उदयपुर चैम्बर के वरिष्ठ सदस्य दिलीप तलेसरा ने ऐसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम कोई उदयपुर में आयोजित करने के लिए पीएचडी चौम्बर एवं अराइज आईआईपी को धन्यवाद दिया एवं उद्योगपतियों से आव्हान किया की वे अफ्रीका में स्थित व्यापारिक संभावनाओं का लाभ उठाएं।
पीएचडी चैम्बर की इंटरनेशनल अफेयर्स कमिटी के सचिव अभिषेक बनवारा ने बताया कि जुलाई माह में चैम्बर इच्छुक उद्यमी यदि अराइज आईआईपी के इंडस्ट्रियल पार्क कोई विजिट करना चाहे तो चैम्बर उदयपुर से एक प्रतिनिधि मंडल गठित कर सकता है। उन्होंने चैम्बर द्वारा समय समय पर आयोजित अंतराष्ट्रीय कार्यक्रमों में उदयपुर स्थित उद्यमियों से इसमें भागीदारी के लिए आग्रह किया।

By Udaipurviews

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