बाल विवाह की रोकथाम के लिए मुस्तैद प्रशासन

सतर्कता से बेडवास में रूका नाबालिग का विवाह
उदयपुर, 23 अप्रेल। जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देशन में जिले में बाल विवाह की रोकथाम के लिए प्रशासन पूर्ण मुस्तैदी से जुटा हुआ है। कलक्टर कार्यालय में स्थापित बाल विवाह कन्ट्रोल रुम एवं बाल अधिकारिता विभाग में संचालित चाईल्ड हेल्प लाईन 1098 पर बेडवास में बाल विवाह की सूचना मिलते ही टीम सक्रिय हो गई और मौके पर पहुंच कर दो नाबालिगों का विवाह रूकवाया।

कन्ट्रोल रुम प्रभारी बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक के.के.चंद्रवंशी के अनुसार मंगलवार शाम चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर जानकारी मिली कि शहर के समीप बेडवास क्षेत्र में एक परिवार अपने नाबालिग बालक और बालिका की शादी 22 अप्रेल 2025 को करने जा रहे है। श्री चन्द्रवंशी ने चाइल्ड हेल्पलाइन समन्वयक नवनीत ओदिच्य को तुरंत टीम गठित कर प्रशासन के सहयोग से बाल विवाह रुकवाने एवं पाबन्द करवाने के निर्देश दिए। चाइल्ड हेल्पलाइन सदस्य महेंद्र सिंह राजपूत, प्रदीप मेघवाल, पटवारी आशीष कुमार, प्रताप नगर थाना से ए.एस.आई पर्वत सिंह और बाल कल्याण समिति से अध्यक्ष यशोदा पणिया, सदस्य अंकुर टांक तुरंत प्रभाव से मौके पर पहुंचे और हालातों का जायजा लिया। प्रथम दृष्ट्या लगा कि शादी की पूरी तेयारी थी। टेंट लगे हुए थे और खाना चल रहा था। विवाह के बारे में पूछा तो आना-कानी करने लगे फिर दूल्हा और दुल्हन के दतावेज देखे तो बालिका की उम्र 17 वर्ष पाई गई। दो बालक की उम्र 16 वर्ष व् 18 वर्ष थी दोनों नाबालिग पाए गए। इस पर टीम ने लडकी के परिवार को उसके बालिग होने के बाद ही शादी करने के लिए पांबद किया। इस कार्यवाही में बाल कल्याण समिति यशोदा पणिया, सदस्य अंकुर टांक, चाइल्ड हेल्पलाइन टीम से मोईन मन्सुरी महेंद्र सिंह और प्रदीप मौजूद रहे।

By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!