उदयपुर। उदयपुर की मनोवैज्ञानिक डॉ.अजू गिरी ने जोधपुर के जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की ओर से दो दिवसीय सेमीनार में भाग लेकर विषय पर सारगर्भित बात रखी। सेमिनार की थीम डब्ल्यूएचओ द्वारा वर्ष 2024 कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य थी। इस सेमिनार को पद्म विभूषण रतन टाटा को समर्पित किया।
ऑल इंडिया की ओर से आयोजित इस सेमिनार के अंतर्गत शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य एवं उद्यम जगत के नामी गिरामी हस्तियों ने शिरकत की। सेमिनार के प्रथम दिन अनुराग लोहिया, अध्यक्ष, जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, रिचा, प्राइमरी एकेडमिक समन्वयक, मयूर चौपासनी स्कूल गिरिश चौहान, अनुभाग अधिकारी, गोपनीय शाखा जनाविवि जोधपुर एडवोकेट खुशबू व्यास वालि कार्यकारिणी सदस्य राजस्थान उच्च न्यायालय, रजनी शेखावत, जिला शिक्षा अधिकारी जोधपुर, डॉ. चन्द्रशेखर गुप्ता, मनोचिकित्सक एम्स, जोधपुर डॉ. विक्रम कल्ला, चिकित्सक एवं सोनोलॉजिकर डॉ, जेपी सोनी. पीडियाट्रिशीयन जोधपुर, डॉ. प्रीती शर्मा प्रसूतिशास्त्री जोधपुर, डॉ. गुप्ता, नैदानिक मनोचिकित्सक एम्स, जोधपुर तथा भावना सती न्यूट्रिशीयन एवंगस्टमाउक्रक्रेफोन न्यूट्रशनलिस्ट आदि ने विचार-विमर्श किया तथा श्रोताओं के प्रश्नो का उत्तर दिया। सेमिनार के दूसरे दिन तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत प्रथम सत्र में डॉ. अंकिता शर्मा, प्रो. मनोविज्ञान आईआईटी द्वारा बियोन्ड रेसिलिन्स फोस्टेरिंग साईकोलेाजिकल एजिलिटी एण्ड ग्रोथ इन द फोस ऑफ वर्क प्लेस डिमान्ड पर उद्बोधन दिया।
डॉ. राखी व्यास ने सत्र में सह-अध्यक्ष की भूमिका निभाई विशेष व्याख्यान के तौर पर डॉ. विश्व चौधरी ने अपने विचार रखे।
द्वितीय सत्र की अध्यक्षता डॉ. अंजु गिरी ने की जिसमें उन्होंने मेन्टल हेल्थ फर्स्ट एड पर अपनी बात को पुख्ता रूप से रखा। डॉ. गिरी द्वारा कॉर्पाेरेट जगत में मन एवं शरीर के संबंध पर व्याख्यान दिया। वत्र की सह- अध्यक्ष डॉ. सीमा गौड ने अक्षमता एवं मानसिक स्वास्थ्य पर उद्बोधन दिया।
विशेष व्याख्यान डॉ. तनु गुप्ता नैदानिक मनोवैज्ञानिक एम्स जोधपुर द्वारा पेशेवरी के तनाव प्रबंधन पर दिया गया। तीसरे सत्र की अध्यक्षता डॉ. गुरूराजा विभागध्यक्ष पीडियास्ट्रीक मिलिट्र हॉस्पीटल जोधपुर द्वारा की गई। उन्होने बर्न आउट और कार्यजीवन संतुलन पर अपने विचार रखंे। विशेष व्याख्यान निष्ठा शर्मा ने कार्यस्थल पर कर्मयोग पर दिया गया। तकनीकी सत्र के अंतर्गत मनोविज्ञान के छात्र-छात्राओं ने शोध किया। विभागाध्यक्ष डॉ हेमलता जोशी एंव अर्पिता कक्कड़ ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
जेएनवीयू में कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य पर दो दिवसीय सेमिनार आयोजित
