जनगणना-2027 होगी पूरी तरह डिजिटल
पहली बार स्मार्टफोन से जुड़ेंगे हर घर के आंकड़े
प्रीटेस्ट मैं डूंगरपुर जिले के गलियाकोट तहसील के गांव की शामिल
’डूंगरपुर, 2 नवंबरध् जनगणना-2027 की प्रक्रिया शनिवार से जमीन पर दिखाई दी। इसके एप को सार्वजनिक नहीं किया है, लेकिन प्री-टेस्ट के पहले चरण में चयनित लोगों को स्वगणना का विकल्प दिया जा रहा है। जनगणना प्रगणक के स्मार्टफोन के जरिए होगी। देश में पहली बार यह प्रयोग अपनाया जा रहा है। इससे जनगणना पूर्णतया डिजिटल होने से आंकड़ों की सटीकता व गोपनीयता भी अधिक रहेगी।
मोबाइल एप पर मकान सूचीकरण के दौरान प्रगणक के परिवार की जानकारी सब्मिट करते ही सुपरवाइजर के पास पहुंच जाएगी, जिसमें कोई कमी होने पर सुपरवाइजर उसे तुरंत ठीक करवा सकेगा और फिर भी कमी रही तो चार्ज अधिकारी उसे दुरुस्त करवाएगा। इससे हर दिन प्रगणक के फील्ड वर्क की नियमित समीक्षा होगी, जिससे जानकारी अधिक सटीक आएगी। प्रगणक के पास स्मार्टफोन पहले से ही ही उपलब्ध होने पर सरकार को अतिरिक्त खर्च भी नहीं करना पड़ेगा।
सटीकता सुधार तत्काल
हर प्रगणक के कार्य पर अब सुपरवाइजर और चार्ज अधिकारी की सीधी निगरानी रहेगी। जानकारी में किसी प्रकार की विसंगति पर तत्काल सुधरवाई जा सकेगी, जबकि पिछली जनगणना में यह शीट जमा होने के बाद ही हो पाता था।
गोपनीयताः न शेयरिंग और न स्क्रीन शॉट संभव
जनगणना के पहले चरण में मकान सूचीकरण के लिए पहले प्रगणक एक शीट पर 20 परिवारों की जानकारी भरता था, लेकिन अब एक परिवार की जानकारी भी एक साथ नहीं दिखेगी। भरी हुई जानकारी केवल सब्मिट की जा सकती है, जो जनगणना से जुड़े अधिकारियों तक ही पहुंचेगी। इस जानकारी को बाहर के किसी व्यक्ति को न तो शेयर किया जा सकता है और न एप पर स्क्रीन शॉट लिया जा सकता है। इससे जानकारी की गोपनीयता बढ़ेगी।
कनेक्टिवटीरू ऑफलाइन भी
फील्ड में काम करने वाले प्रगणक एप के माध्यम से ऑफलाइन भी डेटा दर्ज कर सकेंगे, जिससे दूरदराज के क्षेत्रों में भी सुगमता से जानकारी एकत्र की जा सके। इस ऑफलाइन दर्ज की गई जानकारी को इंटरनेट मिलते ही नियमित तौर पर सब्मिट किया जा सकेगा।
’सुपरवाइजर में चार्ज अधिकारी की फील्ड वर्क पर सीधी निगरानी, कमी तत्काल दूर।
’पिछली जनगणना में भरी हुई शीट का जमा होने पर ही होता था परीक्षण।
प्रीटेस्ट यहां
जयपुर में नगर निगम के किशनपोल जोन, बाड़मेर शहर व बाड़मेर तहसील और डूंगरपुर जिले की गलियाकोट तहसील के गांवों में प्री टेस्ट करवाया जा रहा है। 10 नवंबर से प्रगणक घर-घर पहुंचकर जानकारी लेंगे।
गलियाकोट तहसील के 64 राज्यसभा गांव काचयन
भारत की पहली डिजीटल जनगणना, 2027 के प्री-टेस्ट हेतु डूंगरपुर जिले के गलियाकोट तहसील के समस्त 64 राजस्व गांव का चयन किया गया है जिसमें 218 प्रगणक एवं पर्यवेक्षको का चयन किया गया है जो कि 10 नवंबर 2025 से 30 नवंबर 2025 तक घर-घर जाकर 34 तरह के सवाल पूछेंगे एवं जानकारी मोबाईल मे ऑनलाईन दर्ज होगी। प्री-टेस्ट हेतु प्रगणक एवं पर्यवेक्षको का प्रशिक्षण का आयोजन दिनांक 3 नवंबर 2025 से 5 नवंबर 2025 तक सनराईज ऐकेडमी उच्च माध्यमिक विद्यालय उमिया नगर चितरी में आयोजित किया जा रहा है।
प्रशिक्षण से पूर्व की जाने वाली तैयारी हेतु डॉ. पुलकेश शर्मा, उपनिदेशक एवं श्री लोकेश मीना, सांख्यिकी अनवेशक ग्रेड प्रथम जनगणना कार्य निदेशालय राजस्थान के मार्गदर्शन में प्रगणक एवं पर्यवेक्षक के प्रशिक्षण से पूर्व ऑनलाईन पोर्टल पर ऑनलाईन मैपिंग एवं ब्लॉक आवंटन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
जनगणना 2027 के प्री-टेस्ट हेतु दिनांक 1 नवंबर 2025 से 7 नवंबर 2025 तक गलियाकोट तहसील के लोगो को स्वःगणना का विकल्प दिया जा रहा है जिसमें 1 नवंबर से 7 नवंबर 2025 तक गलियाकोट तहसील के राजस्व गांव के लोगो द्वारा ऐप पर स्वयं के द्वारा जनगणना से संबंधित प्रश्नोत्तर भरे जाएंगे जिसे प्रगणको द्वारा 10 नवंबर 2025 से फील्ड में जाकर लोगो द्वारा भरी जानकारी का सत्यापन किया जाएगा जिसमें त्रुटि होने पर परिवार के मुखिया से सहमति उपरांत संशोधन किया जा सकेगा। मोबाईल ऐप पर मकान सूचीकरण के दौरान प्रगणक के परिवार की जानकारी सबमिट करते ही सुपरवाईजर के पास पहुंच जाएगी जिसमें कोई कमी होने पर सुपरवाईजर उसे तुरंत ठीक करवा सकेगा, फिर भी कमी रही तो चार्ज अधिकारी उसे दुरस्त करवाएगा। इससे हर दिन प्रगणक के क्षेत्रिय कार्य की नियमित समीक्षा होगी जिससे अधिक से अधिक सटीक जानकारी आएगी।
3 नवंबर 2025 से आयोजित होने वाले प्रशिक्षण में श्री बिष्णु चरण मल्लिक, जनगणना कार्य निदेशक एवं संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय, भारत सरकार का दौरा भी प्रस्तावित है।
आज से जमीन पर उतरी पहले चरण की प्रक्रिया
