राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में राजकीय विद्यालयों में आयोजित होगी विविध गतिविधियां

शिक्षित राजस्थान अभियान “प्रखर राजस्थान 2.0” के तहत आज जिले भर के राजकीय विद्यालयों में होगा मेगा पेरेंट्स-टीचर मीट का आयोजन
शिक्षक-विद्यार्थी-अभिभावक संयुक्त रूप से विविध गतिविधियों में होंगे शामिल
उदयपुर, 30 अक्टूबर। प्रदेश सरकार के “शिक्षित राजस्थान अभियान – प्रखर राजस्थान 2.0” के तहत मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा की मंशानुरूप शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर के निर्देशन में शुक्रवार को राज्य के समस्त राजकीय विद्यालयों में मेगा पेरेंट्स-टीचर मीट (पीटीएम) का आयोजन किया जा रहा है। इस विशेष कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालय और अभिभावकों के बीच संवाद को सुदृढ़ कर विद्यार्थियों की शैक्षणिक गुणवत्ता, उपस्थिति, व्यवहार एवं सीखने की गति को बेहतर बनाना है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डॉ प्रतिभा गुप्ता ने बताया कि मेगा पीटीएम के दौरान जिले भर के राजकीय विद्यालयों के कक्षा 6 से 12 वीं तक के विद्यार्थियों के साथ ही शिक्षक एवं अभिभावक सक्रिय सहभागिता निभाएंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा द्वारा विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के लिए राज्य स्तरीय संदेश प्रसारित किया जाएगा। सभी विद्यालयों में यह संदेश सामूहिक रूप से देखा-सुना जाएगा।
ऐसी रहेगी मेगा पीटीएम की रूपरेखा
सभी राजकीय विद्यालयों में मेगा पीटीएम के दौरान विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति, उपस्थिति, अनुशासन और सीखने के परिणामों पर अभिभावकों के साथ चर्चा की जाएगी। विद्यालय स्तर पर नवाचार, शिक्षण सामग्री, गतिविधि-आधारित अधिगम, “लर्निंग आउटकम्स” तथा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर प्रस्तुति दी जाएगी। स्थानीय जनप्रतिनिधि, शिक्षा विभाग के अधिकारी, स्कूल प्रबंधन समितियाँ एवं ग्राम पंचायत प्रतिनिधि भी मेगा पीटीएम के दौरान विद्यालयों में उपस्थित रहेंगे। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, बाल संसद, शैक्षिक फिल्म स्क्रीनिंग एवं चर्चा तथा बच्चों की कैरियर आकांक्षाएं संबंधित विभिन्न गतिविधियां भी आयोजित की जाएगी।
शिक्षा विभाग ने पूरी की आवश्यक तैयारियां
सीडीईओ गुप्ता ने बताया कि कार्यक्रम का सीधा प्रसारण “राजएडु ऑफिशियल” के सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से किया जाएगा। राज्य स्तर पर शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी एवं ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अपने-अपने स्तर पर कार्यक्रम का निरीक्षण करेंगे ताकि सभी विद्यालयों में पीटीएम का संचालन प्रभावी ढंग से हो सके। अभियान का प्रमुख फोकस “माता-पिता की सक्रिय भागीदारी” पर है, ताकि अभिभावक विद्यालयी शिक्षा से सीधे जुड़ें और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में अपनी भूमिका निभाएं। प्रत्येक विद्यालय में अभिभावकों को उनके बच्चों की शैक्षणिक उपलब्धियों एवं सुधार क्षेत्रों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में भी आयोजित होगी विशेष गतिविधियाँ
मेगा पीटीएम के दौरान विद्यालयों में राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में “यूनिटी इन डायवर्सिटी” की भावना पर आधारित सांस्कृतिक एवं सृजनात्मक गतिविधियाँ भी आयोजित की जाएंगी, जिनमें विद्यार्थियों द्वारा पोस्टर, निबंध एवं भाषण प्रतियोगिताएँ होंगी साथ ही सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन से जुड़े रोचक प्रसंगों पर भी चर्चा की जाएगी। “प्रखर राजस्थान 2.0” के तहत शिक्षा विभाग द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है कि राज्य के हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले और शिक्षक-अभिभावक दोनों मिलकर भविष्य की पीढ़ी को सशक्त बनाएं। इसके तहत शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, शिक्षण के नवाचारों को बढ़ावा देना, विद्यार्थियों की बुनियादी सीखने की क्षमता को सशक्त करना तथा अभिभावकों की भागीदारी को सुनिश्चित करना है। इसी कड़ी में यह मेगा पीटीएम एक प्रमुख पहल है, जिसमें शिक्षक, विद्यार्थी और अभिभावक एक साथ मिलकर शिक्षण की प्रगति पर चर्चा करेंगे।

नगरीय क्षेत्रों में “शहरी सेवा शिविर” के फॉलोअप कैंप 3 नवंबर से, लंबित प्रकरणों के निस्तारण का मिलेगा अवसर
उदयपुर, 30 अक्टूबर। राज्य सरकार ने “शहरी सेवा शिविर” के तहत प्रदेश के सभी नगरीय क्षेत्रों में फॉलोअप कैंप आयोजित करने का निर्णय लिया है। नगर विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार फॉलोअप कैंप सोमवार 3 नवम्बर से शुक्रवार 7 नवम्बर तक आयोजित किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि “शहरी सेवा शिविर” का आयोजन 17 सितम्बर से 17 अक्टूबर तक किया गया था। इस अवधि में प्राप्त आवेदनों/प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण के उद्देश्य से फॉलोअप शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।
आदेशानुसार फ़ॉलोअप शिविरों के दौरान जिन प्रकरणों में मांग पत्र जारी हो चुका है, उनमें शिविर अवधि में पात्रता के अनुसार राशि जमा करवाकर निस्तारण किया जाएगा। जिन प्रकरणों में अभी तक मांग पत्र जारी नहीं हुआ है, उनमें पात्रता के अनुसार मांग पत्र जारी कर फॉलोअप शिविर में राशि जमा कर निस्तारण किया जाएगा।

डाइट में आईसीटी लेब के प्रभावी उपयोग व संचालन के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन
शिक्षकों ने सीखे आईसीटी लेब के प्रभावी उपयोग तरीके
उदयपुर, 30 अक्टूबर। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट उदयपुर द्वारा जिले के विभिन्न विद्यालयों में स्थापित आईसीटी लेब के प्रभावी उपयोग एवं संचालन हेतु आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण का गुरुवार को समापन हुआ। कार्यशाला में जिले के समस्त 20 ब्लॉक से 40 शिक्षको ने भाग लिया। डाइट प्रिंसीपल शीला काहाल्या ने बताया कि आरएसईआरटी उदयपुर के निर्देशन में आयोजित इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में स्थापित आईसीटी लेब के बेहतर उपयोग एवं संचालन से नवाचारों के साथ शिक्षा की गुणवत्ता में चहुंमुखी सुधार लाना है ताकि शिक्षकों के साथ साथ विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकी ज्ञान से रूबरू करवाया जा सके। उन्होंने बताया कि कार्यशाला की पूर्णता पर संभागी शिक्षक अपने विद्यालयों की आईसीटी लेब को सुव्यवस्थित, रचनात्मक एवं ज्ञान एवं सूचना का केंद्र बनाकर विद्यालय प्रशासन को सशक्त एवं सामर्थ्य पूर्ण बनाने के आत्मविश्वास से परिपूर्ण हो सकेंगे। इस प्रयास से शिक्षकों एवं विद्यार्थियों दोनों में डिजिटल साक्षरता को प्रोत्साहन भी प्राप्त होगा।
डाइट के शैक्षिक तकनीक (ईटी) प्रभाग की प्रभागाध्यक्ष बीना कंवर राजपूत ने बताया कि गत मंगलवार को प्रारंभ हुई इस कार्यशाला में विद्यालयों में उपलब्ध आईसीटी लेब के विभिन्न टूल्स एवं उपकरणों के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की भावना के अनुरूप शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु लैब के उपयोग के तरीके बताए गए।
ईटी सेल प्रभारी अधिकारी हरिदत्त शर्मा के अनुसार इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान दक्ष प्रशिक्षक नकुल चौबीसा द्वारा हार्डवेयर, सॉफ़्टवेयर, नेटवर्किंग, केनवा, एम एस ऑफिस, जिओ ज़ेब्रा, एआई टूल्स जैसे कहुत, स्क्रैच आदि के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। साथ ही आईसीटी लैब के रखरखाव एवं मेंटेनेंस के बारे में सम्भागियों को विभागीय निर्देशों की बिंदुवार जानकारी सहित केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा निर्मित पोर्टल जैसे दीक्षा, पीएम ई-विद्या, स्वयं, स्वयंप्रभा, निष्ठा आदि की जानकारी भी दी गई।
इस दौरान सम्भागीयों की ओर से धनश्री सोनी, हिमांशु बरांडा, जय आमेटा, सत्यदेव गुप्ता, रोहित मेनारिया तथा ज्योति सोलंकी  ने सक्रिय रूप से अपना योगदान किया।

गोपाष्टमी के अवसर पर गायो के संरक्षण संवर्धन एवं विकास का लिया संकल्प
उदयपुर, 30 अक्टूबर। राजकीय पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान के उपनिदेशक डॉ सुरेन्द्र छंगाणी ने बताया कि गोपाष्टमी के अवसर पर पशुपालन डिप्लोमा के विद्यार्थियो ने गौवंश के पशुओ के संरक्षण संवर्धन एवं विकास का संकल्प लिया। डॉ छंगाणी ने इस अवसर पर कहा कि पशुधन हमारी भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति का अभिन्न अंग है, इससे गौवंश के पशुओ का अत्यधिक महत्व है। डॉ छंगाणी ने बताया कि देश में कुल 19.26 करोड, गौवंश के पशु है। देश के कुल गौवंश पशु का 7.27 प्रतिशत अर्थात 1.39 करोड गौवंश के पशु राज्य में है। गौवंश के पशु ग्रामीण क्षेत्रो में अधिकांश ग्रामीणो के आजीविका का साधन है ये हमे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रुप से लाभान्वित् करते है। अतः गौपाष्टमी के अवसर पर हमे यह संकल्प लेना चाहिए कि ये निरोगी, स्वस्थ रहे उनके प्रति दया प्रेम करुणा का भाव रखते हुए संवेदनशील बने। इस अवसर पर वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी पद्मा मील, डॉ ओमप्रकाश साहूँ ने भी अपने विचार रखे।

By Udaipurviews

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