उदयपुर 30 अक्टुबर / आयड़ स्थित चितौड़ा भवन में श्री 1008 आदिनाथ दिगम्बर जैन चैत्यालय की स्थापना 105 प्रसन्नमती माता जी के सानिध्य में चितौड़ा समाज की ओर की से गई। समाज अध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद ओम प्रकाश चितौड़ा ने बताया कि मूलनायक आदिनाथ भगवान विराजमान करने का सौभाग्य स्व. गणेशीबाई एवं स्व. धरमचंद जी तितरड़ीया की स्मृति में अजय जी पूरणमल जी परिवार को मिला। इसी प्रकार चन्द्रप्रभु भगवान को विराजमान स्व चुन्नीलाल जी खूबीलाल जी पन्नीबाई तितरडीया की स्मृति में ओम तितरडीया परिवार, शांतिनाथ भगवान डाॅ. प्रधुम्न जैन, पाश्र्वनाथ भगवान पुष्पादेवी महावीर सुनील तितरडीया परिवार एवं नंदीश्वर दीप की स्थापना का सौभाग्य ओम प्रकाश स्व खुबीलालजी, ओम प्रकाश स्व भगवती लाल तितरडिया को विराजमान करने का सौभाग्य मिला, पंच मेरू, यंत्र, चंवर की बोली भी समाजजन द्वारा बोली गयी। समारोह से पूर्व प्रेम नगर से घटयात्रा एवं श्रीजी का शोभायात्रा निकाली गयी जिसमें समाज के सेकड़ो भक्तजन ढोल नगाड़ों से नाचते, गाते व जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। समारोह में ग्रामीण विधायक फूल सिंह जी मीणा की भी उपस्थिति रही। सभी अतिथियों का उपरणा ओढा कर सम्मान किया गया। समारोह पश्चात समाजजन का स्वामीवात्सवल्य रखा गया। इस अवसर पर सुरेश चन्द्र पद्मावत, भंवर लाल सिन्यावत, भंवर जी गदावत, प्रकाश अदवासिया, अनिल गुडिया, खूबिलाल अदवासिया ओम प्रकाश शांतिलाल जी, भगवती लाल, राकेश, भंवर लाल , दिनेश सोहनलाल , मांगीलाल जी , निर्मल , डॉ मोतीलाल जी सहित पदाधिकारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम से एक दिन पूर्व भव्य रात्रि जागरण एवं भक्ति संध्या का भी आयोजन रखा गया।

 
     
                                 
                                 
                                 
                                 
                                