—सड़क पर लेटकर किया विरोध, अंबाफला टोल नाके पर हुआ पुलिस और वकीलों का आमना-सामना
उदयपुर, 24 सितंबर : उदयपुर में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग पर चल रहा आंदोलन गुरुवार को उस समय और तेज हो गया, जब पीएम नरेंद्र मोदी के बांसवाड़ा दौरे के दौरान वकीलों ने काले झंडे दिखाने की तैयारी की। पुलिस ने मौके की नजाकत देखते हुए कई वकीलों को हिरासत में ले लिया, जिससे शहर का माहौल गरमा गया।
पूर्व बार एसोसिएशन अध्यक्ष राकेश मोगरा, भरत वैष्णव और अन्य वकील जैसे ही अंबाफला टोल नाके से आगे बढ़ने लगे, पुलिस ने उन्हें रोक लिया। नारेबाजी कर रहे वकीलों को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद पुलिस ने हाथ-पैर पकड़कर कई वकीलों को जबरन वाहनों में बैठाया और हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई से नाराज वकीलों ने सड़क पर लेटकर विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान वरिष्ठ वकील रमेश नंदवाना, रामकृपा शर्मा, अरुण व्यास, कमलेश दाणी, शम्भू सिंह, जितेन्द्र सिंह लखारी और सचिव अभिषेक कोठारी सहित कई वकील भी पुलिस की कार्रवाई का शिकार बने। सभी को कुछ समय बाद छोड़ दिया गया।
इधर, बार एसोसिएशन अध्यक्ष चन्द्रभान सिंह, महासचिव महावीर प्रसाद शर्मा और उपाध्यक्ष देवीलाल जाट सहित एक अन्य समूह आसपुर पहुंचा। वहां भी पुलिस ने उन्हें रोककर हिरासत में लिया और बाद में रिहा कर दिया।
गौरतलब है कि उदयपुर के वकील वर्षों से हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। पीएम मोदी की यात्रा के दौरान वकीलों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर उन्हें प्रधानमंत्री से मिलने नहीं दिया गया तो वे काले झंडे दिखाकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। गुरुवार को हुए घटनाक्रम ने इस आंदोलन को और तेज कर दिया है।
