उदयपुर। पर्वाधिराज पर्युषण के तहत सूरजपोल स्थित दादाबाड़ी में बुधवार को संवत्सरी पर्व मनाया जाएगा। सुबह पौषध, प्रतिक्रमण करने वाले तपस्वी पहुंचेंगे और साध्वी विरलप्रभा श्रीजी, साध्वी विपुलप्रभा श्रीजी और साध्वी कृतार्थप्रभा श्रीजी की पावन निश्रा में बारसा सूत्र का श्रवण करेंगे। दिन भर भक्ति का दौर चलेगा। तपस्या करने वाले तपस्वियों का बहुमान किया जाएगा।
साध्वी विरलप्रभा श्रीजी ने कहा कि बारसा सूत्र प्राकृत भाषा मे है सो समझ में कैसे आएगा। समझने के लिए नहीं है बार सा सूत्र। सिर्फ श्रवण मात्र से ही व्यक्ति का बेड़ा पार हो जाता है। समझने के लिए ये पांच दिन थे। अब परमात्मा की वाणी है जिसे ध्यानपूर्वक सुनना है। वाणी का एक एक शब्द अपने आप मे एक एक मंत्र है। सुनने से एक अद्भुत ऊर्जा का संचार होता है।
ट्रस्ट सचिव दलपत दोशी ने बताया कि मंगलवार को बारसा सूत्र बोहराने की बोलियां लगाई गई। श्रावक-श्राविकाओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है। मंदिर में भक्ति करने भी काफी श्रद्धालु उमड़ रहे हैं।
दादाबाड़ी में आज मनेगी संवत्सरी होगाए बारसा सूत्र का वाचन
