उदयपुर, 23 अगस्त । ग्रामीण बच्चों में शिक्षा और कला का समन्वय कर सर्वांगीण विकास के उद्देश्य से उदयपुर स्थित कश्ती फाउंडेशन सोसाइटी ने धार वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एक विशेष कार्यक्रम का सफल आयोजन किया। फाउंडेशन पिछले एक दशक से सरकारी स्कूलों में रचनात्मक पहल के माध्यम से कार्य कर रहा है और बच्चों में आत्मविश्वास, रचनात्मकता एवं जीवन कौशल के विकास को बढ़ावा दे रहा है।
करियर गाइडेंस सेमिनार से हुई शुरुआत : कार्यक्रम की शुरुआत करियर काउंसलिंग सत्र से हुई, जिसका संचालन जे.एस. ग्लोबल – दी एक्सपर्ट करियर काउंसलर के श्री जितेंद्र सिंह ने किया। कक्षा 10 से 12 के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने उपयुक्त करियर चुनाव की महत्ता और सही चयन की प्रक्रिया पर चर्चा की।
श्री सिंह ने कहा कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के विद्यार्थियों के लिए समान अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा, “पढ़ाई के साथ अपनी रुचि के अनुसार कौशल विकसित करने से सफलता के अवसर बढ़ते हैं।”
साथ ही उन्होंने कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में उपलब्ध रोजगारपरक विकल्पों की जानकारी साझा की।
मनोरंजन और कला का संगम : कश्ती फाउंडेशन ने शिक्षा को रोचक और यादगार बनाने के उद्देश्य से कार्यक्रम में एक मैजिक शो का आयोजन भी किया। प्रसिद्ध जादूगर श्री राज तिलक और उनकी टीम ने बच्चों को शानदार प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर फाउंडेशन ने संदेश दिया कि
“जादू भी एक अद्भुत कला है, जो यह सिखाती है कि कल्पना और रचनात्मकता से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।”
अतिथियों का सम्मान : कार्यक्रम के दौरान विभिन्न अतिथियों को सम्मानित किया गया। करियर काउंसलर श्री जितेंद्र सिंह को श्री कुनाल मेहता (एक्टर-डायरेक्टर) द्वारा सम्मानित किया गया। जादूगर श्री राज तिलक को वरिष्ठ चित्रकार श्री चित्रसेन ने सम्मानित किया। जादूगर के सहायक को श्री लैंसट लोबो ने सम्मानित किया।
इसके अलावा विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री सत्यनारायण सुथार और उप प्रधानाचार्या श्रीमती बेला जी को भी विशेष सम्मान प्रदान किया गया।
बच्चों की खुशी और कश्ती का संदेश :
कार्यक्रम के समापन पर बच्चों को मिठाई और टॉफियाँ वितरित की गईं, जिससे माहौल उत्साह और आनंद से भर गया। कश्ती टीम ने कहा –
“शिक्षा जब कला की रोशनी से मिलती है, तब हर सपना रंगों से जीवंत हो उठता है। बच्चों की मुस्कान ही हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है।”
कश्ती फाउंडेशन की संस्थापक श्रीमती श्रद्धा मुर्डिया ने कहा –
“हमारा ध्येय यही है कि ग्रामीण अंचल का कोई बच्चा अवसरों से वंचित न रहे। कला और शिक्षा का संगम ही आत्मनिर्भर भारत की नींव है।”
फाउंडेशन ने विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी ग्रामीण बच्चों के विकास के लिए कार्यरत रहने का संकल्प दोहराया।