उदयपुर। जैन श्वेताम्बर समुदाय का पर्युषण पर्व 20 अगस्त से 27 अगस्त तक आयोजित किया जा रहा है। इस पावन अवसर पर धार्मिक क्रियाओं के साथ सायंकालीन प्रतिक्रमण का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है।
डॉ महेन्द्र सोजतिया ने बताया कि प्रतिक्रमण के अंतर्गत आत्मा को अशुभ भावों से हटाकर शुभ भावों की ओर ले जाया जाता है। इसके दौरान व्यक्ति अपने द्वारा किए गए पापों की आलोचना करते हुए यह प्रतिज्ञा करता है कि भविष्य में उन्हें पुनः नहीं करेगा। जानबूझकर अथवा अनजाने में किए गए पापों की आलोचना प्रतिक्रमण में की जाती है।
उन्होंने कहा कि आठों दिन सायंकालीन प्रतिक्रमण यथा संभव साधुदृसाध्वीजी के सान्निध्य में करना चाहिए। यदि यह संभव न हो तो यूट्यूब पर जैन प्रतिक्रमण-डा. महेन्द्र सोजतिया पर भी संपूर्ण विधि सहित प्रतिक्रमण देखा जा सकता है। इसके साथ ही डेन मेवाड़ 151, उदयपुर न्यूज इन केबल 258, न्यूज 91 सहित विभिन्न शहरों के अलग-अलग चैनलों पर भी प्रतिक्रमण का सीधा प्रसारण उपलब्ध रहेगा।
पापों का प्रायश्चित है प्रतिक्रमण-डॉ.सोजतिया
