जर्जर भवनों के संबंध में जिला कलेक्टर ने ली वीसी, दिए निर्देश
उदयपुर,18 अगस्त। जिला कलेक्टर नमित मेहता ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों सहित जिलेभर के जर्जर भवनों के संबंध में समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि जानमाल की सुरक्षा सर्वापरि है, इसलिए ऐसे सभी भवन जो जर्जर हो चुके हैं और खतरा पैदा कर सकते हैं, उन्हें तुरंत चिन्हित कर ध्वस्त करने की आवश्यक कार्यवाही की जाए। साथ ही इस संबंध में चल रहे सर्वे कार्यों में भी तेजी लाए।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से प्रगतिरत सर्वेक्षण के जरिए भवनों की वास्तविक स्थिति का आंकलन किया जाए। विशेषकर विद्यालयी भवनों व आंगनबाड़ी केंद्रों की गहन जांच कर रिपोर्ट तैयार की जाए और जो भवन पूरी तरह असुरक्षित हैं, उन्हें ध्वस्त करने की कार्यवाही बिना विलंब की जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले के सभी उपखंड अधिकारी (एसडीएम), मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (सीबीईओ) एवं संबंधित विभागों के अधिकारी समन्वय स्थापित कर इस कार्य को समयबद्ध रूप से पूर्ण करें। साथ ही उन्होंने कहा कि पहले किए गए सर्वे की पुनः समीक्षा की जाए ताकि कोई भी जर्जर भवन चिन्हांकन से छूट न जाए।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने गिरदावरी कार्यों पर भी चर्चा की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कृषि कार्यों के सर्वे को गति प्रदान कर तय समय सीमा में पूरा किया जाए। इस दौरान एडीएम दीपेंद्र सिंह राठौड़, एसडीएम गिर्वा अवुला साईकृष्ण, एडीपीसी समसा ननिहाल सिंह समेत विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे।