आमजन भी लिख सकेंगे गुमनाम शहीदों के नाम व उनकी गाथा
उदयपुर। वृक्षम अमृतम संस्थान और के टी एस फाउंडेशन और शायराना परिवार की ओर से सो़भागपुरा सर्किल के पास स्थित केटीएस फाउण्डेशन हॉल में गुमनाम शहीदों एवं शहीद की अनेक घटनाओं को 21 हजार फीट कपड़े पर उतारनें वाले शहर के जाने-मानें वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर मनोज आंचलिया एवं डॉ.सीमा वैद द्वारा तैयार की गयी चकरी का आमजन के अवलोकन हेतु 12 अगस्त को कार्यक्रम रखा गया है। अवलोकन कार्यक्रम प्रातः 11 से संाय 5 बजे तक चलेगा।
वृक्षम अमृत संस्थान के अध्यक्ष गोपेश शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर शहर विधायक ताराचंद जैन,ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, शहर भाजपा जिलाध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़,शहर कंाग्रेस जिलाध्यक्ष फतेह सिंह राठौड़़, समाजसेवी हरीश राजानी और समाजसेवी सौरभ पालीवाल सहित कई जनों को आमंत्रित किया है।
केटीएस फाउंडेशन शोभागपुरा के निदेशक निशित चपलोत ने बताया कि पहली बार आमजन 280 मीटर के कपड़े के रोल पर एक-एक गुमनाम सहित लिखकर अपने देशभक्ति का परिचय देंगे। इस अवसर पर शायराना के संस्थापक मनोज गीतांकर देशभक्ति थीम पर सुर संगम कार्यक्रम शायराना की कलाकारों से प्रस्तुत करेंगे। उल्लेखनीय है वर्ष 2000 से मनोज आंचलिया ने आजादी की ऐसी अज्ञात घटनाओं को इस कपड़े की दीर्घ पट्टी का में समावेश किया है जैसे की चटगांव केस लाहौर षड्यंत्र केस केस काकोरी षड्यंत्र घटना वंदे मातरम पुस्तक किसने लिखी क्रांतिकारी बालमुकुंद बसंत विश्वास जनरल सोहन सिंह की भूमिका मल्लप्पा को फांसी क्यों दी गई प्रथम विश्व युद्ध में भारतीय क्रांतिकारियों को लेकर जापानी जहाज का नाम क्या था ऐसी हजारों घटनाओं को विश्व की सबसे दीर्घाटम पट्टिका पर लिखने का प्रयास किया है।
मीडिया प्रभारी देवेन्द्र साहू ने बताया कि इस चकरी में दिनेश मजूमदार सत्कार बनर्जी नोनिया बांका महादेव देसाई विनायक देशपांडे जैसे हजारों गुमनाम शहीदों की पराक्रम गाथा को शहर के संग्रहकर्ता मनोज आंचलिया और डॉ. सीमा वेद द्वारा लिखा गया है।
गुमनाम शहीदों की लिखी गाथा चकरी का अवलोकन कार्यक्रम आज
