चार देवताओं की एक साथ आराधना का अद्भुत दृश्य
उदयपुर, 1 अगस्त। बोहरा गणेशजी चौराहे पर आज ऐतिहासिक अवसर पर चतुर्वेणी संगम का दिव्य दृश्य पहली बार उपस्थित हुआ, जब चार प्रमुख आराध्य देवों की प्रतिमाएं एक ही स्थल पर एकत्रित होकर भक्तों के दर्शनार्थ प्रस्तुत की गईं।
इस अवसर पर विशेष रूप से सांवरिया सेठ मंदिर से भगवान सांवरिया सेठ की पूजित छवि रथ पर विराजित होकर बोहरा गणेश चौराहे पर पहुंची। वहीं, चतुर्भुज हनुमान जी से श्री हनुमान जी की मूर्ति, बोहरा गणेश जी की द्विआयामी प्रतिमा तथा कल्लाजी महाराज की छवि भी अलग-अलग रथों पर सुसज्जित होकर इस दिव्य चतुर्वेणी संगम में सम्मिलित हुईं।
इस भव्य आयोजन के संयोजक डॉ. प्रदीप कुमावत एवं कमलेंद्र सिंह पंवार थे जिन्होंने समस्त आयोजन को अत्यंत भक्ति भाव, परंपरा और गरिमा के साथ सम्पन्न कराया। इस अवसर पर गाधिपति श्री नारायण दास जी, महंत श्री इंद्रदेवदास जी तथा बोहरा गणेश जी के पुजारी परिवार विशेष रूप से उपस्थित रहे। अजब सेवा संस्थान की ओर से सांवरिया सेठ की रथ यात्रा, झाकियों और भजनों के साथ इस आयोजन को विशेष रूप से भक्तिमय स्वरूप प्रदान किया गया। महिलाओं ने लाल वस्त्रों और पीली साड़ियों में सज-धजकर इस चतुर्वेणी संगम में भाग लिया और पुष्पवर्षा से देवप्रतिमाओं का अभिनंदन किया।
संतों, महंतों और भक्तजनों का अखिल भारतीय नव वर्ष समारोह समिति, कल्लाजी धाम तथा बोहरा गणेश जी मंदिर समिति की ओर से माल्यार्पण एवं ओढ़नी पहनाकर भव्य स्वागत किया गया।
आख़िर में दिव्य महा आरती का आयोजन किया गया, जिसके बाद रथ यात्रा शोभायात्रा रूप में नगर भ्रमण करते हुए रेलवे ट्रेनिंग ग्राउंड, ठोकर चौराहे तक पहुँची। वहाँ पर भी पुष्पवर्षा एवं भजन संध्या के साथ इस चतुर्वेणी संगम की आराध्य छवियों को प्रतिष्ठापित किया गया।
भव्य चतुर्वेणी संगम में उमड़ा आस्था का जनसागर
