भारतीय विद्या मन्दिर संस्थान में “नीति से परिवर्तन तक  राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के पांच वर्ष” विषयक व्याख्यानमाला आयोजित हुई

उदयपुर। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राजस्थान के तत्त्वावधान में शिक्षा नीति लागू होने के 5 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित *”नीति से परिवर्तन तक राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के पांच वर्ष”*  विषय पर भारतीय विद्या मंदिर संस्थान में  आयोजित व्याख्यान माला में गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. केशव सिंह ठाकुर ने बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति – 2020 को समायोजित करते हुए बालकों के कौशल विकास को प्राथमिकता दी गई है। एमई एमई अध्यापन प्रक्रिया से अध्ययन को सुगम एव सुविधाजनक बनाने की ओर कदम उठाया गया है। उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों मे NEP-2020 टास्क फोर्स के गठन किये जाने के साथ साथ विविध नवाचारों के विषय मे बताया। प्रो. ठाकुर ने विश्वविद्यालय की NEP-2020 के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराया।
व्याख्यान सत्र के मुख् वक्ता गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव प्रो. राजेश जोशी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020  का उद्देश्य नवाचार, रिसर्च व तकनीकी पर बल देकर कुशल युवा तैयार करना है। साथ ही रोजगारपरक शिक्षा व्यवस्था का निर्माण करते हुए आत्मनिर्भर भारत में राष्ट्र सर्वोपरि का भाव रखने वाले युवा तैयार करना है। जो भारत को रक्षा, शिक्षा, व्यापार, चिकित्सा, अंतरिक्ष विज्ञान आदि आयामों में आत्मनिर्भर बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। इन कुशल युवाओं की मदद से भारत को दुनिया का शीर्ष निर्यातक राष्ट्र बनाकर भारत को विश्वगुरु के रूप में पुन: स्थापित करना है।
भारतीय विद्या मन्दिर के अकादमिक निदेशक प्रो. महीपाल सिंह राव  ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अध्यात्म और विज्ञान के समन्वय, ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ और ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की अवधारणा पर आधारित बताया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का कुशल क्रियान्वयन भारत को 2047 तक विकसित भारत बनाने की संकल्पना को साकार करेगा। इस में भारत की शिक्षा प्रणाली को व्यापक, बहुविषयक और छात्र केंद्रित शिक्षा प्रणाली में बदलने पर बल दिया गया है। संस्थान सचिव तथा समारोह अध्यक्ष शांतिलाल सेठ ने नवीन शिक्षा नीति 2020 को शिक्षा सर्वसुलभ, न्यायसंगत और गुणवत्तापूर्ण बनाने की आवश्यकता की पूर्ति करने वाली बताया । आपने बी.एड. पाठ्यकर्म मे NEP-2020 को लागु कर नवाचार करने की आवश्यक्ता व्यक्त की ।
भारतीय विद्या मन्दिर शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य डा. विशाल उपाध्याय ने स्वागत उद्बोधन देते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के इतिहास का उल्लेख करते हुए राष्ट्रीय एव अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियो की मांग के अनुरूप नवीन शिक्षा नीति 2020 तैयार की गई है की बात कही ।
व्याख्यानमाला का संचालन डा. हेमेन्द्र त्रिवेदी ने किया। आभार डॉ. अजय पवार ने व्यक्त किया । व्याख्यानमाला में शिक्षाविद और संस्थान सदस्य प्रकाश पंड्या, डॉ. नागेन्द्र सिंह विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डा. विक्रम सिह सौलंकी के साथ संस्थान के दोनों ही महाविद्यालयों के संकाय सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
By Udaipurviews

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