जल से जुड़ी योजनाओं की जानी प्रगति, अधिकारियों को दिए निर्देश
उदयपुर, 11 जून। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भू-जल विभाग (च्भ्म्क्) के मंत्री श्री कन्हैयालाल बुधवार को अल्प प्रवास पर उदयपुर आए। इस दौरान उन्होंने पटेल सर्किल स्थित पीएचईडी अतिरिक्त मुख्य अभियंता कार्यालय सभागार में उदयपुर एवं बांसवाड़ा संभाग के विभागीय अधिकारियों की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने जल जीवन मिशन, समर कंटीजेंसी कार्य, बजट घोषणाओं और अन्य योजनाओं की जिलेवार प्रगति की विस्तार से समीक्षा की।
हैंडपंप और ट्यूबवेल निर्माण कार्यों को समय पर पूर्ण करने के निर्देश : बैठक में मंत्री श्री कन्हैयालाल ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि प्रगतिरत हैंडपंप और ट्यूबवेल निर्माण कार्यों को जून माह तक हर हाल में पूरा किया जाए। उन्होंने गुणवत्ता और समयबद्धता पर जोर देते हुए कहा कि जनता का पैसा बर्बाद नहीं होना चाहिए। मंत्री ने निर्देश दिए कि विभागीय निर्माण कार्यों के लिए बीएसआर दरों के अनुरूप निविदाएं आमंत्रित की जाएं, और पुरानी आरसी पर कार्य नहीं कराए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे संवेदकों को भी मौका मिले जो प्रतिस्पर्धात्मक दरों पर बेहतर काम कर सकते हैं, ताकि सरकारी खजाने पर बोझ कम हो और गुणवत्तापूर्ण कार्य हो।
अमृत 2.0 और जल जीवन मिशन की समीक्षा : बैठक के दौरान अमृत 2.0 योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए मंत्री ने इसे एक महत्वपूर्ण परियोजना बताया और कार्यों की तकनीकी स्वीकृति की जानकारी ली। जल जीवन मिशन की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि पेयजल की उपलब्धता आमजन की बुनियादी जरूरत है और अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। मंत्री ने कहा कि ठेकेदारों से नियमित संवाद आवश्यक है ताकि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारी निर्माण कार्यों की प्रभावी मॉनिटरिंग करें और हर माह कम से कम 5 प्रोजेक्ट्स का औचक निरीक्षण अवश्य करें।
सहभागिता से हो कार्य, जनता रहे संतुष्ट : उन्होंने अधिकारियों को संवेदकों और स्थानीय आमजन से संवाद करने, उनकी समस्याओं को समझने और समाधान के लिए स्थानीय स्तर पर सहभागिता से कार्य करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि जब तक जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्मित टंकी में पानी ना आए, तब तक नल कनेक्शन नहीं दिए जाए। बैठक में मंत्री ने स्पष्ट किया कि लापरवाह संवेदकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, वहीं बेहतर कार्य करने वालों को प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि बजट की कोई कमी नहीं है और ओटीएमपी का अधिकांश भुगतान इसी माह में कर दिया जाएगा।
बैठक में वरिष्ठ अधिकारी रहे उपस्थित : समीक्षा बैठक में मुख्य अभियंता परियोजना उदयपुर राकेश लुहाड़िया, एसीई उदयपुर शैतान सिंह, प्रोजेक्ट एसीई मनोहर सिंह, बांसवाड़ा एसीई निरिल कुमार, सहित विभिन्न जिलों से आए संभागीय एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।