सिविल डिफेंस, पुलिस व फायर विभाग की टीमों को निर्देश, तैयारी पूरी
उदयपुर, 6 मई : भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर 7 मई को केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर प्रस्तावित मॉक ड्रिल को लेकर उदयपुर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट नमित मेहता की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें पुलिस, सिविल डिफेंस और फायर विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य युद्ध जैसी आपात स्थितियों में नागरिकों और प्रशासन की तत्परता को परखना है। बैठक से पूर्व सिविल डिफेंस की टीम कलेक्ट्रेट पहुंची और मॉक ड्रिल को लेकर कलेक्टर मेहता से चर्चा की। इसके बाद सभी संबंधित विभागों के साथ समन्वय बैठक हुई।
बैठक में कलेक्टर मेहता ने केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार सभी तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह अभ्यास आमजन की सुरक्षा और आपदा प्रबंधन की दक्षता के लिए अत्यंत आवश्यक है। पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामस्वरूप मेवाड़ा ने सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी। एडीएम प्रशासन दीपेन्द्र सिंह राठौड़ ने आपदा प्रबंधन की रूपरेखा और सिविल डिफेंस की तैयारियों पर प्रकाश डाला। एडीएम सिटी वारसिंह सहित सभी संबंधित अधिकारी बैठक में मौजूद रहे।
प्रशासन ने शहरवासियों से मॉक ड्रिल के दौरान संयम और सहयोग की अपील की है। मॉक ड्रिल के दौरान किसी प्रकार की अफवाहों से बचने और केवल प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा गया है।