उदयपुर 7 अगस्त/ विद्या भारती जनजाति समिति राजस्थान के पूर्ण कालिक कार्यकर्त्ताओ के चल रहे व्यक्तित्व विकास प्रशिक्षण शिविर में विभिन्न विषयो के प्रशिक्षण के साथ शिविर के चौथे दिन बौद्धिक सत्र में डॉ राकेश डामोर मंत्री व नारायण गमेतीसचिव विद्या भारती जनजाति समिति राजस्थान द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। वक्ता डॉ राकेश डामोर द्वारा जनजाति समाज की संस्कृति की विशेषता बताते हुए कँहा की हमारी संस्कृति विज्ञान पर आधारित है जैसे रात्रि में पेड़ पौधों की पत्ति नहीं तोड़ना,पीपल, नीम के नीचे सौना, पारम्परिक वाद्य यन्त्र को बजाना,वेशभूषा आदि।चर्चा सत्र में डॉ मन्ना लाल रावत सांसद संसदीय क्षेत्र उदयपुर ने जनजाति समाज में जिस प्रकार का भ्रम पैदा किया जा रहा है कि आदिवासी हिन्दू नहीं, प्रकृति पूजक है,आरक्षण समाप्त हो जाएगा,पाँचवी अनुसूचित, अलगावाद, ना विधान सभा, ना लोक सभा सबसे बड़ी ग्राम सभा, अर्बन नक्सलवाद व डीलिस्टिंग आदि विषयों पर कार्यकर्त्ताओ को संवैधानिक, कानूनी प्रकिया के आधार समाधान किया।स्वागत विभाग व जिला प्रवासी द्वारा द्वारा किया गया।कार्यक्रम का संचालन दिनेश डामोर व आभार डॉ राकेश डामोर ने माना I
वनवासी, ग्रामवासी, नगर वासी नहीं हम भारत वासी है – डॉ मन्नालाल रावत
