समाज के हित में ही व्यक्ति का हित: प्रशांत

उदयपुर, 20 दिसंबर। नारायण सेवा संस्थान के बड़ी ग्राम स्थित सेवा महातीर्थ में संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने ‘चार दिवसीय अपनों से अपनी बात’ कार्यक्रम में कहा कि मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति है। जिसके लिए हमें हर पल उनका आभार प्रकट करते हुए ऐसे काम करने चाहिएं  जिससे धरती पर आना सार्थक हो जाए। ऐसा तभी हो सकता है, जब हम अपने और परिवार तक ही सीमित न रह कर सम्पूर्ण समाज का हित चिंतन करें।
इस कार्यक्रम में राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, दिल्ली, हरियाणा, पं. बंगाल, महाराष्ट्र आदि राज्यों के निःशुल्क पोलियों सुधारात्मक सर्जरी कराने आए दिव्यागं एवं उनके परिजनों ने भाग लेकर अपने जीवन की घटनाओं और समस्याओं को साझा किया।
अग्रवाल ने स्वामी विवेकानन्द का जिक्र करते हुए कहा कि उनके इस संदेश को कि – ‘उठो जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य हासिल न करलो’ जीवन में उतारा जाए तो जीवन सार्थक हो जाएगा। जीवन प्रबंधन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य शरीर में स्वस्थ्य मन स्थित होता है, अतएव दिनचर्या की शुरुआत व्यायाम और ध्यान से होनी चाहिए। जिसने क्रोध पर नियंत्रण कर लिया, उसने मन को जीत लिया। मन ही तो है, जो भ्रम पैदा करता रहता है।

By Udaipurviews

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