उदयपुर में पहली बार ‘तलवार रास’

उदयपुर: डांडिया से गरबा तो आपने कई बार खेला होगा, लेकिन क्या कभी तलवार के साथ गरबा खेला है? दरअसल उदयपुर में पहली बार दस साल की बालिका से लेकर 60 साल की महिलाओं ने ‘तलवार रास’ यानी तलवार से डांडिया खेला। जिसमें तलवार खनकाती हुए महिलाओं ने रण कौशल का भी प्रदर्शन भी किया।
शारदीय नवरात्र में अजब सेवा संस्थान ने तलवार से गरबा महोत्सव का आयोजन कर रिकार्ड बनाया है। उदयपुर में यह पहली बार है। इस अनूठे गरबा महोत्सव से पहले अतिथियों ने पहले शस्त्र पूजा की और बाद में बालिकाओं और महिलाओं ने तलवार रास किया।
तलवार रास की शुरूआत से पहले उदयपुर शहर भाजपा के अध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, बजरंग दल के पदाधिकारी कमलेन्द्र सिंह पंवार तथा पार्षद छोगालाल भोई ने पहले शस्त्रों की पूजा की और उसके बाद गरबा खेलने वाली सभी बालिकाओं एवं महिलाओं ने तलवार लेकर गरबा खेला।
आयोजक बाले, हर महिला को आए तलवार चलाना
अजब सेवा संस्थान की ओर से तलवार रास कराने वाले आयोजक भरत साहू का कहना है कि उनका मानना है कि हर हिन्दू महिला को तलवार चलाना आना चाहिए। यह उसकी सुरक्षा के लिए जरूरी है। इसलिए उनकी संस्थान एक साल से युवतियों और महिलाओं को तलवार चलाना सिखा रही हैं। तलवार रास की यह पहली शुरूआत है और आगे भी जारी रहेगी। तलवार रास करने वाली एडवोकेट सोना पुरोहित ने भी आयोजक भरत साहू की बात का समर्थन किया और कहा कि उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद जरूरी हो गया है कि महिला ही नहीं, बल्कि हर हिन्दू को तलवार चलानी सीखनी चाहिए। मां दुर्गा एवं अन्य सभी देवी तलवार ही नहीं, बल्कि हर तरह के शस्त्र चलाने में कुशल थी। जिन्होंने अन्य देवी—देवताओं की भी रक्षा की थी। इसी उद्देश्य से बालिकाओं में तलवारवाजी सीखने को लेकर जागरूकता ला रही हैं।

By Udaipurviews

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