ग़रीबी हिंसा का ही रूप, असमानता को पाटने में सामाजिक सुरक्षा जरूरी -नविका हर्षे

आर्थिक असमानता एक चुनौती विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन
राजसमंद, 4 अक्टूबर। प्रख्यात अर्थशास्त्री एवं समाजसेविका नविका हर्षे ने कहा कि  उदारीकरण के बाद देश समाज में व्याप्त आर्थिक असमानता को पाटने की दिशा में अशोक गहलोत सरकार ने एक आदर्श शुरुआत की है जिसपर पूरे देश को चिंतन-मनन और क्रियान्वयन करना चाहिए।
हर्षे बुधवार को अहिंसा एवं शांति विभाग राजस्थान की ओर अणुविभा सभागार राजसमंद में आयोजित ‘आर्थिक असमानता एक चुनौती’ विषयक   एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में विचार व्यक्त कर रही थी। सम्मेलन की अध्यक्षता उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता ने की जबकि विशिष्ट अतिथि जिला सह सयोजक बहादुर सिंह चारण,खण्ड शिक्षा अधिकारी नरोत्तम दाधीच,डा विभा शर्मा और विजेंद्र शर्मा थे।
नविका हर्षे ने कहा कि गरीबी एक प्रकार की हिंसा ही है जिसका मुकाबला करने के  लिए लोकतांत्रिक सरकारों को नीतियां बनाकर काम करना होगा। पूंजी परस्त ताकतें जब सरकार की नीतियों को अपने स्वार्थ के वशीभूत होकर दबाव बना क्रियान्वयन करने में सफल होती है तो गरीबी-अमीरी की खाई और गहरा जाती है। हमारे देश में नोटबंदी के बाद कोविड ने आम आदमी और मध्यम वर्ग की कमर तोड़कर रख दी वहीं अमीरों की ताकत बढ़ती जा रही है यह चिंता का विषय है। आर्थिक, प्राकृतिक संसाधनों पर पूंजीवादियों का कब्जा होता जा रहा है ऐसे में राजस्थान सरकार ने सामाजिक सुरक्षा को लेकर मोडल प्रस्तुत किया है वह आशा की किरण दिखाई देता है।
सम्मेलन के प्रारंभ में विषय प्रवर्तन करते हुए गांधीवादी चिंतक शिक्षाविद दिनेश श्रीमाली ने कहा कि स्वराज, स्वालंबन का स्वप्न तब ही साकार किया जा सकता है जब आर्थिक असमानता को पाटने के कानून बना कर आम व्यक्ति की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हो। सम्मेलन में सहायक प्राध्यापक डॉ विजेन्द्र शर्मा, डॉ विभा शर्मा, जगन्नाथ सोलंकी, माधवलाल अहिर, गोपाल जोशी, दिनेश नेनीवाल, देवीलाल, हेमराज खारोलिया, प्रवीण गोस्वामी,विमल बया,विजय प्रकाश सनाढ्य, राधेश्याम, सम्मेलन के प्रारंभ में महात्मा गांधी के छवि चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया गया। गांधी विचार दर्शन समिति के जिला सह संयोजक बहादुर सिंह चारण ने स्वागत उद्बोधन प्रदान किया। आभार योगेश उपाध्याय ने ज्ञापित किया जबकि संयोजन दिनेश श्रीमाली ने किया।
सम्मेलन में गांधी सेवा सदन की बालिकाओं ने सर्वधर्म प्रार्थना और बालकृष्ण विद्या भवन की छात्राओं ने भजन प्रस्तुत किए। सम्मेलन में राज्य एवं देश कई गांधीवादी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
By Udaipurviews

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