बांसवाड़ा के भूखिया जगपुरा में है एक लाख करोड़ से अधिक का स्वर्ण भंडार
उदयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट में विचाराधीन प्रकरण का निस्तारण होने के साथ ही खान विभाग बांसवाड़ा के भूखिया जगपुरा स्थित स्वर्ण भंडार वाली माइंस के नीलाम किए जाने की तैयारी में जुट गया है।
खान विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस वीनू गुप्ता ने बताया कि बांसवाड़ा के भूखिया जगपुरा में सोने की खान की नीलामी के लिए आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। एक मोटे अनुमान के अनुसार वहां स्वर्ण, तांबा और कोबाल्ट व निकल के डिपोजिट है। यहां 134178 करोड़ रुपए के स्वर्ण भण्डार और 7720 करोड़ रुपए के तांबे के भंडार संभावित हैं।
15 ब्लॉकों में 171 बोर होल्स में ड्रिलिंग करने पर मिले स्वर्ण भण्डार
खान विभाग के निदेशक—माइंस संदेश नायक ने बताया कि बांसवाड़ा के घाटोल तहसील के भूखिया जगपुरा में भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग द्वारा 1990-91 में किए गए एक्सप्लोरेशन के दौरान स्वर्ण के संकेत मिलने पर 69.658 वर्ग किलोमीटर के तीन ब्लॉक एक्सप्लोरेशन के लिए आरक्षित किए गए थे। इस क्षेत्र में एक्सप्लोरेशन के दौरान 15 ब्लॉकों में 171 बोर होल्स में 46037.17 मीटर ड्रिलिंग करने पर स्वर्ण भण्डार पाये गये। क्षेत्र में 223.63 टन स्वर्ण धातु मिलने की संभावना हैं। भूखिया जगपुरा में एक्सप्लोरेशन परिणामों के अनुसार 14 ब्लॉकों में 1.945 ग्राम/टन के लगभग 114.76 मिलियन टन सोने के भण्डार का आकलन किया गया है। एक मोटे अनुमान के अनुसार इस क्षेत्र में 223.63 टन स्वर्ण धातु मिलने की संभावना है। यहां पर स्वर्ण धातु के साथ ही 0.15 प्रतिशत ताम्र धातु का लगभग 154401 टन डिपोजिट का आकलन किया गया है। इस क्षेत्र में स्वर्ण और ताम्र भण्डारों के साथ ही कोबाल्ट धातु के भी संकेत मिले हैं। यहां 13739 टन कोबाल्ट के साथ ही 11146 टन निकल धातु के डिपोजिट का संभावित आंकलन किया गया है। गौरतलब है कि राजस्थान में खनन विभाग का मुख्यालय उदयपुर में स्थित है। खनन, देवस्थान तथा आबकारी के अलावा अन्य सभी विभागों के मुख्यालय जयपुर में ही हैं।
राजस्थान में सोने के भंडार वाली माइंस की नीलामी की तैयारी
