उदयपुर, 16 सितम्बर(ब्यूरो): लेकसिटी में सज्जनगढ़ ईको सेंसिटिव जोन में हुए अवैध निर्माण की पड़ताल के लिए शनिवार को सर्वे कार्य शुरू हुआ। जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल के निर्देशन में गठित कमेटी में शामिल बड़गांव तहसीलदार पर्वत सिंह राठौड़ और वन विभाग के कार्यवाहक सहायक वन संरक्षक गणेश गोठवाल ने टीम के सदस्यों के साथ सेंसिटिव जोन का दौरान किया। इस दौरान नौ स्थानों पर हुए निर्माण कार्यों को देखा।
टीम के सदस्यों में शामिल राजेश मेहता, राजेंद्र सेन, अरूण कुमार, भगवती, नगर विकास प्रन्यास के पटवारी सुरपाल सिंह ने मौके पर जारी अवैध व्यवसायिक गतिविधियों से जुड़े दस्तावेजों की जांच भी की।
गई। संबंधित लोगों से निर्माण के दस्तावेज मांगे गए। जांच में पता चला कि कुछ जगह फार्म हाउस में कैफेटेरिया संचालित हो रहे हैं। टीम ने सज्जनगढ़ ईको सेंसिटिव जोन में मौजूदा अवैध पक्के निर्माण की रिपोर्ट तैयार किए जाने का काम भी शुरू कर दिया है। टीम यह खंगालने में जुटी है कि पक्के निर्माण कार्य कराए जा चुके हैं, उनकी अनुमति है या नहीं। यदि अनुमति मिली तो कितने एरिया में। आशंका जताई जा रही है कि एग्रीकल्चर भूमि पर फार्महाउस बनाकर कमर्शियल एक्टिविटी की जा रही हैं। सर्वे टीम ने इन सभी पहलुओं पर पड़ताल के लिए संपत्ति मालिकों से दस्तावेज मांगे हैं।
जल्द खुलासा होगा, कितने निर्माण अवैध हैं
प्रशासनिक एवं वन विभाग की टीम यह पता लगाएगी कि इस जोन में शामिल होटल, रिसोर्ट तथा मकानों की संख्या कितनी, जो अवैध निर्माण के दायरे में आ रहे हैं। जल्द ही अवैध निर्माण संपत्तियों और उनका निर्माण करने वालों का खुलासा हो जाएगा। यह कमेटी जिला कलेक्टर को रिपोर्ट देगी उसके बाद प्रशासनिक स्तर पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
सज्जनगढ़ ईको सेंसिसटिव जोन में अवैध निर्माण की पड़ताल के लिए सर्वे शुरू
