हरियाली अमावस्या मेले के दूसरे दिन रही पुरुषों की नो एंट्री
उदयपुर। लेकसिटी का ऐतिहासिक और पारंपरिक हरियाली अमावस का मेला मंगलवार को महिलाओं के नाम रहा। फतहसागर से लेकर सहेलियों की बाड़ी तक महिलाओं से गुलजार रही और खास बात यह रही कि पुरुषों की नो एंट्री रही। दिन भर चूल्हा-चौके में लगे रहने वाली महिलाओं ने एक दिन अपने नाम किया।
महिलाएं अपनी सहेलियों, परिवार की महिलाओं के साथ मेले में पहुंची व पूरा आनंद लिया। चकरी-डोलर पर बैठकर कई महिलाओं ने दिल खोलकर अपना बचपन जीया। मेले के दौरान लगातार दूसरे दिन दोपहर में कुछ मिनटों तक तेज बारिश भी हुई, जिसके चलते मेले का रोमांच भी बढ़ गया।

चाट के लगाए चटकारे तो खूब लिया आइसक्रीम का स्वाद
सुबह से मौसम खुला होने से दोपहर तक धूप खिली रही, जिसके बाद अचानक काले गहरे बादल आसमान में गहराए और बारिश होने लगी। लगभग आधे घंटे तक हुई बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया और मेलार्थियों का उत्साह दोगुना हो गया। दोपहर बाद से महिलाओं की भीड़ बढ़ना शुरू हुई और शाम होते-होते सहेलियों की बाड़ी रोड़ पर तिल रखने की जगह भी नहीं बची। महिलाओं व युवतियों की टोलियों ने मेले में भरपूर आनंद उठाया। टोलियों ने मेले में पुंपाडियां बजाने का लुत्फ उठाया वहीं विभिन्न तरह की स्टॉलें पर खरीदारी का आनंद लिया। मेले में सबसे अधिक आइसक्रीम व पानीपुरी, चाट-पकौडी खाने का लुत्फ लिया ।
गुम हुए बच्चों को परिजनों से फिर मिलवाया
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निगम ने जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की सहायता के साथ साथ महिला होमगार्ड जवानों का भी विशेष तौर पर सहयोग लिया गया। मेले में बिछड़े बच्चो को फिर से परिजनों से मिलाया गया, इस कार्य के लिए दूसरे दिन भी निगम की एक टीम अलग से रखी गई व गुरुवार की भांति गुमशुदा बच्चो को परिजनों के सुपुर्द करते हुए निगम कर्मचारियों द्वारा बच्चे के साथ परिजन का फोटो लेकर फिर ही सौंपा गया।
महिला पार्षदों की लहरिया प्रतियोगिता
हरियाली अमावस्या मेले के दूसरे दिन मंगलवार को नगर निगम द्वारा महिला पार्षदों की लहरिया प्रतियोगिता आयोजित हुई, इसमें सभी महिला पार्षदों ने बढ़—चढ़ कर हिस्सा लिया। रोमांचित हुए मुकाबले में विजेता पार्षदों को ट्राफी दी गई, जबकि बाकी महिला पार्षदों को महापौर गोविन्द सिंह टांक और उप महापौर पारस सिंघवी ने उपहार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में नगर निगम की महिला पार्षदों द्वारा भी जमकर नृत्य किया। महिला पार्षदों ने जी भर कर राजस्थानी एवं पाश्चात्य संगीत पर नृत्य करते हुए खूब ठहाके लगाए।
