उदयपुर, 2 जून। प्रदेश के शिक्षा, कला व संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला शनिवार 3 जून की सुबह 5.15 बजे रेल से उदयपुर के मावली जंक्शन पहुंचेंगे तथा यहां से राजकीय वाहन से नाथद्वारा आएंगे। वे 3 व 4 जून को नाथद्वारा में विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे तथा 5 जून की सुबह 11 बजे राजकीय वाहन से उदयपुर आएंगे। वे 5 को यहां स्थानीय कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। डॉ कल्ला 6 जून को सुबह 11.30 बजे आरएससीईआरटी में शाषी परिषद की बैठक में भाग लेंगे। अपराह्न 3.15 बजे राजकीय महाराणा आचार्य संस्कृत महाविद्यालय उदयपुर के लोकार्पण समारोह में शरीक होंगे तथा शाम 6 बजे उदयपुर संभाग के शिक्षा, कला, संस्कृति व पुरातत्व विभाग के अधिकारियों की बैठक लेंगे। 5 व 6 जून को इनका रात्रि विश्राम सर्किट हाउस में रहेगा। मंत्री डॉ. कल्ला 7 जून की सुबह 8.20 बजे वायुयान से जयपुर के लिए प्रस्थान कर जाएंगे।
राजकीय महाराणा आचार्य संस्कृत महाविद्यालय का लोकार्पण 6 को
शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला होंगे मुख्य अतिथि
उदयपुर, 2 जून। उदयपुर में राजकीय महाराणा आचार्य संस्कृत महाविद्यालय का लोकार्पण समारोह मंगलवार 6 जून अपराह्न 2.30 बजे आयोजित होगा। प्राचार्य डॉ. रजनी चतुर्वेदी ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश के संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ.बुलाकीदास कल्ला होंगे तथा अध्यक्षता पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास करेंगी। समारोह के विशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा, मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आई.वी.त्रिवेदी होंगे। समारोह को महन्त रासबिहारी शरण शास्त्री भी संबोधित करेंगे।
राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष 4-5 को उदयपुर में
उदयपुर, 2 जून। राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती संगीता बेनीवाल 4 जून को शाम 6 बजे उदयपुर पहुंचेगी। वे रात्रि 8 बजे बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए हितधारकों के साथ चर्चा करेगी। वे 5 जून की सुबह 10.30 बजे झाड़ोल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर नवस्थापित पालना गृह का उद्घाटन, 11.30 बजे फलासिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर नवस्थापित पालना गृह का उद्घाटन तथा 12.30 बजे फलासिया उपखंड सभागार में ग्रामीण बालिकाओं के साथ संवाद करेगी। वे शाम 5 बजे बाल तस्करी से मुक्त कराये गये बालकों से मुलाकात करेगी।
योग दिवस पूर्वाभ्यास रविवार को फतहसागर की पाल पर
उदयपुर 2 जून। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मद्देनजर आयुर्वेद विभाग उदयपुर द्वारा शहर के फतेहसागर की पाल पर रविवार 4 जून को सुबह 6.30 से 8 बजे तक योग का पूर्वाभ्यास करवाया जायेगा। वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ शोभालाल औदिच्य के निर्देशन में इस पूर्वाभ्यास में मिनिट टू मिनिट योग प्रोटोकॉल के अनुसार अभ्यास सन कोलेज की डॉ. शुभा सुराणा द्वारा योगासन प्राणाय कइस अभ्यास करवाया जायेगा ।
डॉ.औदिच्य ने बताया कि उदयपुर के जाने माने योग प्रशिक्षक डॉ. शुभा सुराणा, वर्ल्ड रिकॉर्डधारी गोपाल डांगी, अशोक जैन, डॉ मुकेश पाठक, देवाराम राज पुरोहित, प्रीतम सिंह, मोहन सिंह शक्तावत, प्रेम जैन, शारदा जालोरा, कीर्ति जालोरा आदि योग प्रशिक्षकों द्वारा करवाया जायेगा ।
आयुर्वेद उपनिदेशक डॉ बद्री नारायण मीणा ने बताया कइस कार्यक्रम में जिला प्रशासन, आयुर्वेद विभाग, मदन मोहन मालवीय राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, पतंजलि योग समिति, नेहरु युवा केंद्र, भारत विकास परिषद, सेवादल, एनसीसी, स्काउट गाइड, आर्ट ऑफ़ लिविंग शायराना व अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी रहेगी।
पशु मित्र योजना – पशुपालकों को मिलेगी डोर स्टेप पर विभिन्न सुविधाएं
उदयपुर, 2 जून। मुख्यमंत्री की बजट घोषणा 2023-24 के तहत पशुपालकों को डोर स्टेप पर पशुपालन विभाग की विभिन्न सुविधाओं यथा टैगिंग, टीकाकरण, बीमा, पशुओं की नस्ल सुधार के लिए कृत्रिम गर्भाधान, गर्भ परीक्षण आदि से लाभान्वित करवाने के उद्देश्य से प्रदेश में पशु मित्र योजना प्रारंभ की गई है।
विभाग के संयुक्त निदेशक शक्ति सिंह झाला ने बताया कि इस योजना में प्रदेश में 5000 बेरोजगार युवा प्रशिक्षित पशुधन सहायक, पशु चिकित्सकों को कार्य निष्पादन अनुसार निर्धारित मानदेय का परिलाभ दिया जाएगा, जिन्हें योजनान्तर्गत पशुमित्र के नाम से पहचाना जाएगा। निदेशालय की गाइडलाइन अनुसार इच्छुक आवेदक जिसमें प्रशिक्षित बेरोजगार, पशुधन सहायक व पशु चिकित्सक राजस्थान का मूल निवासी होना अनिवार्य होगा। अभ्यर्थी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय व महाविद्यालय से न्यूनतम बीवीएससी एंड एएच में उपाधि व राजस्थान राज्य पशु चिकित्सा परिषद् में पंजीकृत होना अनिवार्य है। पशुधन सहायक अभ्यर्थी का राजूवास से पंजीकृत व मान्यता प्राप्त संस्था से 2 वर्षीय पशुपालन डिप्लोमा किया होना अनिवार्य होगा। बेरोजगार पशुधन सहायक, जो पूर्व से पशुधन सेवा केन्द्र संचालित कर रहे है, इस योजना के लिये पात्र हांगे। योजना की जानकारी एवं पशु मित्र योजना के आवेदन जिले में पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक कार्यालय उदयपुर से प्राप्त कर सकते है।
राहत लेकर आई जनसुनवाई – मेघवालों की हेर में रास्ता हुआ दुरस्त
उदयपुर, 2 जून। राज्य सरकार द्वारा आयोजित हो रही ग्राम पंचायत स्तरीय जनसुनवाई में न सिर्फ आमजन की व्यक्तिगत शिकायतों का त्वरित समाधान हो रहा है वहीं ग्रामीणों की आधारभूत साधन-सुविधाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित हो रही है। एक ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत स्तरीय जनसुनवाई दौरान ग्राम पंचायत बालाचल में दिखा जहां लोग गांव की समस्याएं लेकर पहुंचे तो एक सामूहिक समस्या का त्वरित निस्तारण हुआ। प्रकरणानुसार राजस्व ग्राम बडलिया निवासी वरदीचन्द मेघवाल द्वारा पहुंचा एवं परिवाद प्रस्तुत किया। उसने मेघवालों की हेर क्षेत्र में रास्ता खराब होने व कीचड़ होने की समस्या बताई। इस पर आवागमन की असुविधा को दूर करने हेतु ग्राम पंचायत द्वारा तत्काल स्वीकृति जारी कर इस रास्ते पर कँकर-मिट्टी का भराव करवाकर रास्ते को सुगम बना दिया गया। रास्ता दुरस्त होने पर परिवादी वरदीचन्द्र मेघवाल द्वारा मुख्यमन्त्री श्री गहलोत एवं प्रशासन के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया गया और कहा कि जनसुनवाई में उसकी समस्या का तुरंत समाधान हुआ जिससे न सिर्फ उसे बल्कि गांव के अन्य लोगों को भी राहत मिली है।
बाल साहित्य रचनाकारों की पुस्तकों पर पुरस्कारों के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रित
उदयपुर, 2 जून। पंडित जवाहर लाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी, राजस्थान, द्वारा बाल साहित्य सृजनकर्ताओं से विभिन्न विधाओं एवं विशिष्ट क्षेत्रों हेतु अकादमी की पुरस्कार योजनान्तर्गत सत्र 2023-24 प्रस्ताव आमंत्रित किये गये हैं।
अकादमी सचिव राजेन्द्र मोहन शर्मा ने बताया कि पुरस्कार हेतु पुस्तक 28 जून तक अकादमी के पते पर प्रेषित की जा सकती हैं। पुस्तक भेजने के लिए निर्धारित तथ्यों व शर्तों के अनुसार रचनाकार राजस्थान का निवासी हो, पुस्तक संकलन, सम्पादन एवं शोध ग्रन्थ (डिग्री हेतु) आदि न हो। पुस्तक का प्रकाशन वर्ष (1 जनवरी से 31 जनवरी दिसंबर के मध्य) 2020, 2021, 2022 का ही हो। इससे पूर्व की पुस्तकें स्वीकार नहीं होंगी। पुस्तक का प्रथम संस्करण ही साक्ष्य होगा। पुस्तक में धर्म, राष्ट्र, सम्प्रदाय,जाति सहित स्त्रियों आदि के प्रति कोई विद्वेषपूर्ण तथ्य, भाषा, संकेत, चित्र आदि न हों। लेखक किसी अन्य की सामग्री या रचना को अपना बताकर यदि भेजता है और उसका बाद में भी पता लगता है तो अकादमी आवश्यक कानूनी कार्यवाही कर सकेगी। प्रत्येक प्रस्ताव हेतु चार प्रतियों में पुस्तक भेजनी होंगी। लेखक लिफाफे पर ही किस वर्ग में प्रविष्टि भेज रहे हैं, अंकित करेंगे। प्रस्ताव लेखक या अन्य कोई व्यक्ति भी पुस्तकें भेज सकते हैं। जिन रचनाकारों को अकादमी से पूर्व में वर्ष 2022-23 हेतु पुरस्कार प्राप्त हो चुका है, वे आगामी तीन वर्षों तक आवेदन के पात्र नहीं होंगे। भेजी गई पुस्तक पर लेखक, उत्तराधिकारी व प्रकाशक की सहमति अनिवार्य है। पुस्तक पर पुस्तक का नाम, लेखक का नाम, पूरा पता, प्रकाशक वर्ष, प्रेषक का नाम, मोबाईल नं. तथा हस्ताक्षरयुक्त पर्ची किताब के प्रथम पृष्ठ पर चिपकाना अनिवार्य होगा। पुरस्कार हेतु भेजी गई पुस्तकें वापस नहीं की जाएगी। अकादमी के सदस्य इसके पात्र नहीं होंगे। पुस्तकें इस पते पर निर्धारित तिथि तक अवश्य प्रेषित करें। अधिक जानकारी के लिए सचिव, पं. जवाहर लाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी, अकादमी संकुल, जे-15, झालाना संस्थानिक क्षेत्र, झालाना डूंगरी, जयपुर व फोन नंबर 0140-2992922 पर सम्पर्क कर सकते हैं।