उदयपुर। मेवाड़ राजवंशीय कथा वाचक व्यास पंडित स्कन्द कुमार पंड्या द्वारा उदयपुर के अम्बामाता स्थित ऋंगी ऋषि आश्राम में चल रही भागवत कथा के आज पांचवें दिन कथा व्यास पंडित स्कन्ध पण्ड्या भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला एवं माखन चोरी का वर्णन करते हुए कहा कि जिसका मन माखन की तरह कोम निर्मल हैं उसकी सभी पूजा आराधना को भगवान अवश्य स्वीकार करते हैं।
भगवान की दृष्टि सभी प्राणियों पर समान है अन्तर मन की निर्मलता का है जिसका पात्र जितना निर्मल भगवान की कृपा वर्षा निरूतर बरसती रहती है।
आज भागवत कथा में लड्डू गोपाल की विशेष पूजा, श्रृंगार किया गया एवं शुद्ध माखन का भोग धरा कर बाल स्वरूप श्री कृष्ण की झांकी में ग्वाल बालकों को माखन लुटाया गया।
लड्डू गोपाल की विशेष पूजा, श्रृंगार कर शुद्ध माखन का भोग धरारा भोग
