वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान
राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की
उदयपुर, 06 जून। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के अंतर्गत शुक्रवार को उदयपुर जिले के सुदूरवर्ती आदिवासी अंचल झाड़ोल में मीडियाकर्मियों के दल ने जल संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों के स्थलों का भ्रमण किया। वन विभाग एवं जल संरक्षण विभाग द्वारा निर्मित विभिन्न जल संरक्षण इकाइयों का अवलोकन कर मीडियाकर्मियों ने राज्य सरकार के प्रयासों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।
पालिया खेड़ा नर्सरी का अवलोकन, जिले में होगा 38 लाख पौधों का रोपण : चेतक सर्कल स्थित सूचना केंद्र से प्रस्थान कर मीडियाकर्मियों का दल सबसे पहले झाड़ोल के पालिया खेड़ा नर्सरी पहुँचा, जहाँ रेंज अधिकारी होरी राम सैनी ने दल को नर्सरी में तैयार किए जा रहे विभिन्न प्रजातियों के पौधों, वर्मी कम्पोस्ट यूनिट और पॉली हाउस संबंधी जानकारी दी। झाड़ोल वन खंड के एसीएफ घनश्याम कुमावत ने बताया कि हरियालो राजस्थान अभियान के अंतर्गत इस वर्ष मानसून में झाड़ोल क्षेत्र में लगभग 1 लाख 70 हजार वृक्षारोपण किया जाएगा वहीं जिलेभर में 38 लाख पौधरोपण का लक्ष्य दिया गया है जिससे पर्यावरण संरक्षण को नई दिशा मिलेगी।
भू-जल रिचार्ज के लिए बनी 8 हजार सीसीटी, एमपीटी : दल ने गोरण गांव में भू-जल स्तर को पुनः संचित करने के लिए निर्मित 8 हजार कंटूर ट्रेंचेज (सीसीटी) एवं माइनर परकोलेशन टैंक (एमपीटी) का अवलोकन किया। भू-जल संरक्षण की इस पहल को देखकर पत्रकारों ने इसे सरकार की एक दूरदर्शी सोच बताते हुए सराहना की। वहाँ मौजूद विभागीय अधिकारियों ने दल को इस निर्माण कार्य द्वारा भू-जल स्तर रिचार्ज होने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी साथ ही मीडियाकर्मियों ने जल संरचनाओं, जल स्वावलंबन, हरियालो राजस्थान सहित अन्य योजनाओं के संबंध में अपनी जिज्ञासाएं रखी जिनका संबंधित अधिकारियों ने संतोषप्रद जवाब देकर जिज्ञासाओं का समाधान किया।
एनीकट व चारागाह विकास कार्य भी देखे, हरियाली देख मीडियाकर्मी हुए अभिभूत : इसके बाद दल द्वारा सेलाना ग्राम पंचायत में निर्मित एनीकट एवं अडोल गांव के चारागाह विकास कार्यों का निरीक्षण किया गया। क्षेत्र में जल संरचनाओं के माध्यम से आई हरियाली और बढ़ती उपजाऊता को देखकर दल के सदस्य अभिभूत हुए। जल संरक्षण विभाग के एक्सईएन नितिन सुराणा ने मीडियाकर्मियों को विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी और बताया कि किस प्रकार ये कार्य वर्षा जल के संचयन, भू-जल स्तर में सुधार और कृषि उत्पादन में वृद्धि में सहायक बन रहे हैं। विभागीय अधिकारियों द्वारा अवलोकन किये गए प्रत्येक स्थान पर वर्तमान एवं पूर्व में किये गए कार्यों की तुलनात्मक जानकारियां भी दी गई। दल में सूचना एवं जनसंपर्क उपनिदेशक गौरीकान्त शर्मा, सहायक जनसंपर्क अधिकारी जयेश पण्डया समेत राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय, जिला स्तरीय समाचार पत्रों, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
अभियान में है कई विभागों की सक्रिय भूमिका : जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि जल संरक्षण को लेकर चलाए जा रहे वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के अंतर्गत जिले में कई राजकीय विभागों को सक्रिय रूप से जोड़ा गया है। इनमें वन विभाग, जल संसाधन विभाग, राजीविका, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग, स्थानीय निकाय विभाग, जलग्रहण एवं भू-संरक्षण तथा भू-जल विभाग प्रमुख रूप से शामिल हैं। अभियान के तहत महात्मा गांधी नरेगा योजना के अंतर्गत वर्ष 2023-24 एवं 2024-25 में निर्मित 4 हजार 153 जल संरक्षण, संवर्धन और पौधारोपण कार्यों का लोकापर्ण किया जाएगा। साथ ही, वर्तमान में चल रहे 1 हजार 375 जल संरक्षण कार्यों और 560 पौधारोपण कार्यों को जून माह के भीतर पूर्ण कराया जाएगा।
जल संरक्षण के साथ हरियाली बढ़ाने के प्रयासों में नरेगा के माध्यम से अब तक 57 हजार 800 खड्डे खोदे जा चुके हैं, जबकि 11.62 लाख पौधारोपण के लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में तेज़ी से कार्य हो रहा है। मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना 2.0 के प्रथम चरण में 3561 पूर्ण कार्यों का निरीक्षण, द्वितीय चरण में 368 कार्यों की वित्तीय स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 के अंतर्गत गोगुन्दा की नई परियोजना का शुभारंभ किया जाएगा।