रोजगार मेले में 640 युवाओं को मिला रोजगार

संभागीय आयुक्त और जिला कलक्टर ने किया उद्घाटन
डंूगरपुर, 17 मार्च/जिला प्रशासन एवं जिला रोजगार कार्यालय डंूगरपुर के संयुक्त तत्वावधान में ”वृहद् कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता मेला-2023” का आयोजन शुक्रवार को संभागीय आयुक्त श्री राजेन्द्र भट्ट एवं जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री के मुख्य अतिथ्य में आयोेजित हुआ।
कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त श्री राजेन्द्र भट्ट एवं जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री ने मेले में आई बड़ी कम्पनियों की जानकारी लेते हुए अधिक से अधिक से जिले के लोगों को रोजगार मेले में लाभान्वित करने के निर्देश दिये है। संभागीय आयुक्त श्री भट्ट ने कहा कि जो बेरोजगार युवा रोजगार के इच्छुक है, उनके सामने रोजगार मेले में अलग-अलग कम्पनियां रखी गई है, उन स्थान पर इच्छुक बेरोजगार युवाओं को रोजगार का अवसर मिल सकता है एवं उन्होंने युवाओं से चर्चा करते हुए उनके जिज्ञासाओं की जानकारी ली। उन्होंने जिला प्रशासन से ऐसे मेले हर तीन माह में आयोजित करने के निर्देश दिए हैं।
जिला रोजगार अधिकारी हितेश जोशी ने बताया कि रोजगार मेले में 640 युवाओं को प्रारंभिक रूप से चयन कर रोजगार का अवसर दिया गया। 255 युवा आशार्थियों को प्रशिक्षण हेतु चयन किया। क्यूआर कोड के माध्यम से कुल 2675 रोजगार आशार्थियों ने पंजीयन करवाया और 3 हजार से अधिक युवा आशार्थियों ने भाग लिया। मेले में निजी क्षेत्र के 25 नियोक्ताओं ने हिस्सा लिया। इनमें इंश्योरेंस, आईटी, डाटा एंट्री, माइक्रो फाइनेंस, टैक्सटाइल सहित विभिन्न क्षेत्रों के नियोक्ता शामिल थे।
युवाओं से किया संवाद:-
कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट और जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री ने बेरोजगार युवाओं से चर्चा करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य है अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार दिलाकर आत्मनिर्भर बनाना है। जिले में बड़ी कम्पनियों को बुलाकर जिले के बेरोजगार युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार का अवसर प्राप्त करने की विस्तृत जानकारी देने के निर्देश दिये है। साथ ही उन्होंने नियोक्ताओं से कहा कि आपके पास जिन बेरोजगार युवाओं का रजिस्ट्रेशन होता है, उन युवाओं को उनकी अभिरूचि और योग्यता को दृष्टिगत रखते हुए कम्पनियों में चयन करने, ऑफर लेटर जारी करने, युवाओं को उनके कार्य का अनुभव प्रमाण पत्र जारी किए जाए। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी प्रवीण कुमार मीणा, नगरपरिषद आयुक्त दुर्गेश रावल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहेे।

डॉ भीमराव अम्बेडकर दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना से जिले में स्वरोजगार के सुअवसर
डूंगरपुर, 17 मार्च/राज्य सरकार द्वारा विशेष रूप से अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने एवं विकास की मुख्यधारा में जोडने के लिए डॉ. भीमराव अम्बेडकर दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना को प्रारम्भ किया है। जिला स्तर पर आयोजित एक दिवसीय जिला रोजगार मेले केे साथ उक्त योजना के प्रचार-प्रसार हेतु जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र द्वारा परामर्श केम्प का भी आयोजन किया गया। संभागीय आयुक्त श्री राजेन्द्र भट्ट, जिला कलक्टर एल.एन. मंत्री, उद्योग महाप्रबंधक हितेश जोशी, दलित इण्डियन चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री (डिक्की) के जिला समन्वयक राजू खटीक सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं उद्यमी उपस्थित रहें। साथ ही उक्त रोजगार मेले के अवसर पर आए हुए लगभग 1000 युवा आशार्थियों को उक्त योजना की जानकारी दी गई।
महाप्रबंधक जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र हितेश जोशी ने बताया कि योजना के तहत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के युवा व्यापार हेतु अधिकतम 1 करोड़ रूपया, सेवा हेतु अधिकतम 5 करोड रूपया एवं उद्योग हेतु अधिकतम 10 करोड रूपये तक की परियोजना लागत हेतु बैंकों के माध्यम से ऋण प्राप्त कर अनुदान का लाभ प्राप्त कर सकते है। योजना में 25 लाख रूपये के ऋण तक 9 प्रतिशत व्याज अनुदान, 25 लाख से 5 करोड तक 7 प्रतिशत एवं 5 करोड से 10 करोड रूपये तक के ऋण पर 6 प्रतिशत ब्याज अनुदान देय है। साथ ही परियोजना लागत की 25 प्रतिशत या 25.00 लाख रूपये में जो भी कम हो तक का मार्जिन मनी अनुदान भी देय है। योजना के तहत आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए एवं आवेदक राजस्थान राज्य का मूल निवासी एवं अनुसूचित जातिध्अनुसूचित जनजाति वर्ग के व्यक्तियों का 51 प्रतिशत या अधिक स्वामित्व होना चाहिए।

 

By Udaipurviews

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