भोईवाडा का पदम पार्क चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट

बनने के कुछ महीनों बाद ही टूटी फूटपाथ की टाइल्स, दीवारों में आई दरारें: 
पार्क का एक कोना छोड़ ठेकेदार गायब: 
तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, पूर्व सांसद कनकमल कटारा ने पार्क किया था लोकाअर्पण
-रिपोर्ट – जुगल कलाल 

डूंगरपुर, 28 जून(ब्यूरो) डूंगरपुर नगर परिषद क्षेत्र के भोई वाडा में बने 13 लाख की लागत से पदम पार्क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। अधिकारियो की मिलीभगत से पार्क में घटिया निर्माण करवाया गया हैं। पदम पार्क बनने के कुछ दिनों के बाद ही पार्क की दीवारों में दरारें आ गई। पार्क की नीव में कच्चे पत्थरों का उपयोग किया गया हैं। वही, पार्क के एक हिस्से में काम किए बिना ही ठेकेदार गायब हो गया है। ठेकेदार पर नगर परिषद अधिकारियो की मेहरबानी के चलते पार्क के क्वालिटी पर फोकस नही किया है। वार्डवासियों का कहना है कि, पार्क जब निर्माण चल रहा था तब भी ठेकेदार और नगरपरिषद के अधकारियों को घटिया सामग्री के अपयोग को लेकर शिकायत की थी। लेकिन, किसी ने एक नही सुनी।

बरसों के बाद भोईवाडा के बासिंदो मिली थी पार्क की सौगात –भोईवाडा के बासिंदो को बरसों के इंतजार के बाद वार्ड में एक पार्क की सौगात मिली थी। डेढ़ साल पहले तत्कालीन विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, पूर्व सांसद सांसद कड़नमल कटारा, विधायक गणेश घोघरा और सभापति अमृत कलासुआ ने पार्क लोकाअर्पण किया था। 13 लाख की लागत से पार्क में नीव खुदाई, चार दिवारी, फूटपाथ, टाइल्स, पैंट और आदि कार्य गुणवंता के साथ करने थे। लेकिन, अधिकारियो ने ठेकेदार से मिलीभगत कर घटिया सामग्री से पार्क निर्माण करवाया। जिसके चलते फूटपाथ पर जगह जगह टाइल्स टूट गई है। इसके अलावा चार दिवारी में दरारें आ गई है। वहीं, पार्क नीव भी मिट्टी से भरी गई। इसके बाजूद अधकारियो ने ठेकेदार के विरुद्ध कोई कारवाई नहीं की।

ऑस्ट्रेलियन घास जगह लगाई देशी घास –ठेकेदार पार्क का एक हिस्सा में बिना काम किए गायब हो गया है। वार्ड वासियों ने बताया कि, 6 महीने से ठेकेदार पार्क  के एक हिस्से का काम अधूरा छोड़ गायब हो गया है। कई बार इसको लेकर सभापति और नगर परिषद के अधिकारी से शिकायत की है। पार्क में लगी घास में भारी अनियमिता बरती गई हैं। वर्क ऑर्डर अनुसार पार्क में ऑस्ट्रेलियन घास लगानी थी। लेकिन, पार्क में देशी घास लगाकर का रूपये का बंदरबाट कर दिया गया। मौजूदा हालात में घास पार्क कहीं नज़र नही आती है। कंक्रीट बाहर आ गई है। जिसे की पार्क में आने वाले लोगों के लिए खतरा बना हुआ है।

पार्क के लिए पदम भोई दान की थी बेशकीमती जमीन –डूंगरपुर शहर में 40 वार्ड है। लगभग सभी वार्डो में पार्क बने हुए है। भोईवाडा में सरकारी जमीन नहीं मिलने से पार्क नही बन पाया था। ऐसे में भोईवाडा के रहने वाले पदम भोई ने वार्डवासियों की सुविधा के लिए पार्क के लिए जमीन दान दी थी। इसके बाद इस जमीन पर पार्क का निर्माण करवाया गया और इस पार्क को नाम भी पदम पार्क दिया गया। पदम भोई का देहांत हो गया। मगर जिस उम्मीद से उन्हें बेशकीमती जमीन दान दी थी। वो अधिकारों की मिलीभगत के चलते उन उम्मीदों पर पानी फेर गया।

कल टीम भेजकर जांच करता हूं –वर्जन 1 – मेरे कार्यकाल यह कार्य नही है। पार्क कहा बना है मैने नही देखा है। कल में अधिकारियों को भेजकर इसका पता करवाता हूं और पार्क की जांच करवाता हूं। इसके बाद ठेकेदार पर नियम अनुसार कारवाई की जाएगी।
कुलदीप सिंह, कार्यवाहक आयुक्त, नगर परिषद डूंगरपुर 

By Udaipurviews

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