भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जोशी बोले हिन्दू होने पर गहलोत को गर्व है तो बरी नहीं होते जयपुर बम ब्लास्ट के आरोपी

-पीएम मोदी आयुष्मान लाए तभी तो सीएम गहलोत चिरंजीवी ला सके – सीपी जोशी

उदयपुर, 27 जून। राजस्थान की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यदि हिन्दू होते तो थानों में स्थित पूजा स्थलों पर पूजा-पाठ बंद करने जैसा फरमान नहीं निकालते, जयपुर में भगवा पताकाओं पर प्रतिबंध न लगाते, करौली में भगवान राम के नारे लगाने पर केस नहीं लगाते, हिन्दू नववर्ष और रामनवमी जैसे हिन्दू त्योहारों पर पाबंदियां नहीं लगाते।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने मंगलवार को उदयपुर में प्रेस वार्ता में पत्रकारों के सवालों के जवाब में यह बात कही। उन्होंने गहलोत पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि वे एक समुदाय के त्योहार पर 24 घंटे बिजली की बात करते हैं और दूसरे समुदाय के त्योहार पर बिजली की चिंता नहीं करते। गहलोत पीएफआई जैसे आतंकवादी संगठन को अनुमति देते हैं और हिन्दू त्योहारों पर पाबंदी लगाते हैं। इस सरकार में 48 दिन तक सरकार का डबल एजी अदालत में पेश नहीं होता है और जयपुर में बम धमाकों के आरोपित बरी हो जाते हैं। उन्होंने गहलोत पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हुए कहा कि गहलोत सरकार को भामाशाह और अन्नपूर्णा के नाम से भी नफरत है। दोनों योजनाएं भाजपा सरकार ने शुरू की और इनके नाम बदल दिए गए। उन्होंने कहा कि भाजपा 36 कौम को साथ लेकर चलती है।

उन्होंने कहा कि मानगढ़ धाम की सुध गहलोत को अब इसलिए आई है क्योंकि पीएम मोदी वहां आ गए। वे तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं, तो इससे पहले मानगढ़ धाम का विकास उन्हें याद क्यों नहीं आया। पीएम मोदी के आने पर गहलोत इतने विचलित क्यों हो गए। जोशी ने यह भी कहा कि जब पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत जैसी योजना की शुरुआत की, तभी तो गहलोत चिरंजीवी लेकर आए, इससे पहले के मुख्यमंत्रित्व काल में उन्हें यह बात क्यों नहीं सूझी। उन्होंने यह भी कहा कि चिरंजीवी में भी विसंगतियां हैं, एंजियोप्लास्टी तो चिरंजीवी में होती है लेकिन एंजियोग्राफी नहीं शामिल की गई है, जबकि एंजियोग्राफी के बाद ही तो एंजियोप्लास्टी होगी। कई अस्पताल चिरंजीवी योजना से बाहर से ही हाथ जोड़ देते हैं।

जोशी ने कहा कि डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम लाइन का शिलान्यास गहलोत ने उनके पिछले कार्यकाल में करवाया था और रेलवे के साथ राज्य सरकार का 50-50 प्रतिशत का खर्च बांटकर इस लाइन को पूरा कराना था, लेकिन इसके बाद अब भी पूरा कार्यकाल हो गया और इस लाइन पर मुख्यमंत्री गहलोत ने कुछ नहीं किया है।

महंगाई राहत कैम्प पर सवालों का जवाब देते हुए जोशी ने कहा कि वर्ष 2018 से अब तक 18 बार बिजली के दाम बढ़ाए गए हैं, फ्यूल चार्ज, सरचार्ज लगातार बढ़े हैं, बिजली के बिल बढ़ कर आए हैं, कहां है राहत। पेट्रोल-डीजल-व्हीकल पर अन्य राज्यों से ज्यादा टैक्स से जो कमाया है, सरकार उसे लौटाएगी क्या।

अपराध के लगातार बढ़ते ग्राफ पर जोशी ने कहा कि इस सरकार में अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है। मालपुरा-टोंक में खुलेआम दहशतगर्द तलवार लेकर निकल आते हैं। जोधपुर-करौली की घटनाएं भी सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है। पुलिस सुरक्षा दे देती तो उदयपुर के कन्हैयालाल भी जीवित होते। पकड़ने जाने पर अपराधी पुलिस को धमकी देते हैं और उलटा पुलिस से पूछा जाता है कि अपराधी को पकड़ने ही क्यों गए। अमित शाह की टीम नहीं होती तो अपराधी आज खुलेआम घूम रहे होते।

भ्रष्टाचार के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार के विधायक और मंत्री ही अपनी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। उन्हीं की सरकार के मंत्री कह रहे हैं कि बिना पैसे कोई काम नहीं होता। उन्होंने पेपरलीक प्रकरण को भी भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा उदाहरण बताया। सुरक्षा के मामले में यह सरकार आम जनता का विश्वास खो चुकी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार ने साढ़े चार साल तक सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने का काम किया है

By Udaipurviews

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