थाने में मौत, समाज में रोष: पंचाल समाज की न्याय और सहायता की मांग

उदयपुर। जिले के ऋषभदेव थाना क्षेत्र में सोमवार शाम पुलिस हिरासत के दौरान एक जेवरात व्यवसायी की संदिग्ध मृत्यु के बाद क्षेत्र में रोष व्याप्त है। मृतक के परिजनों और समाजजनों ने सोमवार शाम से ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और पुलिस पर टॉर्चर कर जान लेने का आरोप लगाया है। घटना के विरोध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और थाने के बाहर देर रात तक हंगामा होता रहा। मामले में उदयपुर पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने मंगलवार को चार पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया और मामले की जांच एएसपी स्तर के अधिकारी को सौंपी है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार, डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा निवासी सुरेश पंचाल (55) को ऋषभदेव थाना पुलिस सोमवार, 4 अगस्त को चोरी के माल की खरीद से जुड़े प्रकरण में पूछताछ के लिए थाने लाई थी। देर शाम थाने में ही उनकी तबीयत बिगड़ने की सूचना दी गई। पुलिस उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ऋषभदेव लेकर पहुंची, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतक के पुत्र हिमांशु पंचाल का आरोप है कि पहले उनके पिता को उदयपुर के गोवर्धन विलास थाने ले जाया गया, जहां उन्हें धमकाया गया और मानसिक दबाव बनाया गया। इसके बाद उन्हें ऋषभदेव थाना लाया गया। बेटे ने दावा किया कि पुलिस द्वारा की गई प्रताड़ना के कारण ही उनके पिता की जान गई।

घटना के बाद उदयपुर एसपी योगेश गोयल ने तत्काल प्रभाव से चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। इनमें एएसआई सुखलाल, हेडकांस्टेबल दिनेश, कांस्टेबल सूर्यप्रकाश और वाहन चालक महेन्द्र सिंह शामिल हैं। एसपी ने बताया कि परिजनों की शिकायत के आधार पर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके साथ ही जिन पुलिसकर्मियों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे हैं, उनकी जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजना सुखवाल को सौंपी गई है।
ज्वैलर की मौत की खबर मिलने के बाद बिछीवाड़ा सहित आसपास के गांवों से पंचाल समाज के लोग बड़ी संख्या में ऋषभदेव पहुंचे। उन्होंने पुलिस थाने और अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए तीन थानों की फोर्स, डीएसपी राजीव राहर, तहसीलदार वीरेंद्र सिंह राठौड़ सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।
रात करीब साढ़े ग्यारह बजे पुलिस व समाज प्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता के बाद भीड़ वहां से हट गई। हालांकि, मंगलवार सुबह फिर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए और परिजन ने आर्थिक सहायता तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की।
उदयपुर सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष यशवंत आंचलिया ने कहा कि पुलिस कई व्यापारियों को अनावश्यक रूप से परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व में एसपी ने निर्देश दिए थे कि किसी भी व्यापारी से पूछताछ से पहले सर्राफा संघ को सूचित किया जाए, लेकिन इस पर अमल नहीं हो रहा।
घटना के बाद ऋषभदेव कस्बे में पंचाल समाज के नोहरा में प्रशासन और समाज प्रतिनिधियों की बैठक हुई। बैठक में एडिशनल एसपी गोपाल स्वरूप मेवाड़ा, एएसपी अंजना सुखवाल, एसडीएम, तहसीलदार और मृतक के परिजन शामिल रहे। परिजनों ने निष्पक्ष जांच, मुआवजा और नौकरी की मांग दोहराई। इस बीच, न्यायिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पोस्टमार्टम हुआ। परिजनों ने पोस्टमार्टम की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी भी करवाई है।

By Udaipurviews

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