पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा
10 मिनट में निपटा बरसों से लंबित नामांतरण प्रकरण
उदयपुर, 27 जून। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा के तहत आयोजित हो रहे शिविर राहत का पर्याय सिद्ध हो रहे हैं। शिविरों में आमजन के राजस्व सहित विभिन्न विभागों से जुड़े प्रकरणों का हाथों हाथ निस्तारण हो रहा है। इससे ग्रामीणों को बड़ी राहत मिल रही है।
उदयपुर जिले में शुक्रवार को गिर्वा ब्लॉक में पई, उंदरी खुर्द, अलसीगढ़, कुराबड़ में शिशवी, परमदा, बडगांव में लोयरा व थूर, मावली में इंटाली, ढूंढिया, घासा में घासा व मागंनथला, वल्लभनगर में टूस दांगियान, नांदवेल, भीण्डर में अमरपुरा जागिर, पाणुन्द, गोगुन्दा में मादा, छाली, सायरा में कुण्डलावास, सामल, झाड़ोल में कोचला, सुल्तानजी का खेरवाड़ा, फलासिया में कोल्यारी, देवड़ावास, जेतावाड़ा, खेरवाड़ा में पोगराकला, बड़ला, सुंदरा, नयागांव में गुड़ा व सरेरा, ऋषभदेव में चिकला, पण्ड्यावाड़ा, कोटड़ा में कोलिया, रूजिया खुणा, खजूरिया, वागावत व नयावास में शिविर आयोजित हुए।
केबिनेट मंत्री ने किया अवलोकन, लाभ वितरित
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी ने शुक्रवार को झाडोल पंचायत समिति की ग्राम पंचायत ब्राह्मणों का खेरवाड़ा तथा ओड़ा में आयोजित शिविरों का अवलोकन किया। केबिनेट मंत्री श्री खराड़ी ने ग्रामीणों से संवाद कर शिविर में मिल रही राहत के बारे में जानकारी दी। साथ ही अधिक से अधिक संख्या में शिविर में पहुंच कर सरकार की योजनाओं का लाभ लेने का आह्वान किया। ब्राह्मणों का खेरवाड़ा शिविर में पूनमचंद पुत्र भैरूलाल कुम्हार ने आवासीय पट्टे के लिए आवेदन किया। शिविर प्रभारी ने त्वरित कार्यवाही कराते हुए पट्टा जारी कराया। केबिनेट मंत्री श्री खराड़ी ने लाभार्थी को पट्टा प्रदान किया, तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लाभार्थी ने सरकार और प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
उधर, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने भी गिर्वा ब्लॉक के अलसीगढ़ में आयोजित शिविर में शिरकत की। उन्होंने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति के उत्थान के लिए कार्यरत है। उन्होंने सरकार की योजनाओं के प्रति जागरूक रहते हुए लाभान्वित होने की अपील की।
पशुपालक को मिली राहत
गोगुन्दा उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत कुण्डलावास में आयोजित शिविर में वर्षों से लंबित एक प्रकरण का निस्तारण करते हुए पशुपालक को बड़ी राहत प्रदान की गई। कुण्डलावास निवासी भंवरलाल पुत्र रोडीलाल की गाय का तीन वर्ष पूर्व लंपी रोग के कारण निधन हो गया था। हालांकि वह कामधेनु योजना के तहत बीमा लाभ का पात्र था, परंतु दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाने के कारण उन्हें अब तक मुआवजा राशि नहीं मिल सकी थी। शिविर में प्रशासन की उपस्थिति में दस्तावेजों का मौके पर सत्यापन कर कार्यवाही पूर्ण की गई और भंवरलाल को मुआवजा स्वीकृत किया गया। इससे उन्हें आर्थिक संबल मिला और वर्षों से लंबित समस्या का समाधान हुआ। परिवार की ओर से राज्य सरकार एवं प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा गया कि इस तरह के शिविर ग्रामीणों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो रहे हैं, जहां वर्षों से अटके मामलों का समाधान सरलता से किया जा रहा है।
10 मिनट में निपटा वर्षों पुराना प्रकरण
सायरा पंचायत समिति अंतर्गत ग्राम पंचायत सामल में शुक्रवार को आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय संबल पखवाड़ा शिविर एक मिसाल बन गया, जब वर्षों से लंबित नामांतरण प्रकरण महज 10 मिनट में निपटा दिया गया।
सामल निवासी सुरेश कुमार पुत्र दोला राम पिछले कई महीनों से अपने खेत के नामांतरण हेतु विभागीय कार्यालयों के चक्कर काटते आ रहे थे। दस्तावेज़ पूर्ण होने के बावजूद कार्यवाही आगे नहीं बढ़ पा रही थी।
शिविर में जैसे ही सुरेश कुमार ने अपनी समस्या रखी, मौके पर उपस्थित उपखंड अधिकारी शुभम भैसारे (आईएएस) व तहसीलदार सुरेश मेहता ने तत्परता दिखाई। पटवारी व राजस्व निरीक्षक को तुरंत बुलाकर दस्तावेजों की मौके पर ही जांच करवाई गई और मात्र 10 मिनट में नामांतरण आदेश जारी करते हुए जमाबंदी की प्रति भी सौंप दी गई। इस दौरान एक दिलचस्प दृश्य देखने को मिला जब सुरेश कुमार और अधिकारियों को चाय का कप थमाया गया, लेकिन चाय खत्म होने से पहले ही नामांतरण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। इस त्वरित कार्यवाही पर उपस्थित ग्रामीणों ने तालियाँ बजाकर प्रशासन का अभिनंदन किया।
शनिवार को यहां होंगे शिविर
अभियान के तहत शनिवार को कुराबड़ ब्लॉक में चासंदा व झामरकोटड़ा, नगरपालिका मावली, भीण्डर ब्लॉक में मोतिदा व वणियातलाई, गोगुन्दा में मजावद व बगडूण्दा, सायरा में विसमा व पदराड़ा, झाडोल में नेताजी का बारा व चौखला बारा, खेरवाड़ा में करनाउ व खानमीन, नयागांव में पाटिया व डेरी, ऋषभदेव में पादेड़ी, भूधर व रंजोल तथा कोटड़ा में वाखेल, माण्डवा, कोदरमाल, कुकावास व झेड में शिविर आयोजित होंगे।