जी20 सेरपा शिखर सम्मेलन को लेकर ट्यूरिजम विभाग की हुई तैयारी बैठक
मेवाड़ में मेहमान नवाजी की कला विरासत में मिली – अनिल ओरा
आमजन भी जी20 शिखर सम्मेलन की बैठक का हिस्सा बने …
उदयपुर 22 नवम्बर / आगामी 5-7 दिसम्बर को उदयपुर शहर में होने वाली जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर मंगलवार को पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की ओर से आयोजित उदयपुर शहर के ट्यूरिज्म स्टेक होल्डर्स की बैठक को सम्बोधित करते हुए पर्यटन विभाग नई दिल्ली के उत्तर जोन के क्षेत्रीय निदेशक अनिल ओरा ने कहा कि मेवाड़ को मेहमान नवाजी, प्राकृतिक झीले एवं सुंदर पहाड़िया विरासत में मिली है। राजस्थान का ध्येय वाक्य खम्मा घणी – पधारों म्हारे देश को आगामी दिनों में विश्व के कोने -कोने से आने वाले जी20 के सदस्यों के सामने चरिचार्थ करनी है। हमने जीवन में जो कुछ सीखा है उसे देश – दूनिया को बताने का अवसर है। मेहमान को भगवान का दर्जा दिया गया है, इसमें किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रहे इसका पूरा ध्यान रखना होगा। यहाॅ मेहमाननवाजी में कही कोई कमी नहीं आनी चाहिए। बैठक में विभिन्न देशों के भिन्न भिन्न भाषाओं के व्यक्ति इसमें भाग लेगे इसलिए भाषा के साथ अपनी आत्मीयता के साथ उनके सामने पेश आना होगा। उन्होने कहा कि इसका पूरा जिम्मा ट्यूरिजम स्टेट होल्डर का है। सभी सदस्य आपके कार्य कलापों से ही प्रभावित हो कर यहाॅ से जायेंगे। इसलिए गाईड, ड्राईवर, होटल सहायक, क्लीनर यहाॅ तक कि पार्किंग मैन, वाॅचमेन के साथ जो प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष इस कार्य से जुडे है उनका दायित्व है कि किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रहे। सम्मेलन में भाग लेने वाले अतिथियों के खान, पान का भी ध्यान रखा जाये।
कुलपलि प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि विश्व की जीडीपी में आगामी जी20 की बैठक में भाग लेने वाले देशों की 85 प्रतिशत भागीदारी है। व्यापार में 75 प्रतिशत भागदारी इन देशों की है, जनसंख्याॅ की बात कर तो दो तिहाई जनसंख्याॅ इन देशों में निवास करती है। हर दृष्टि से इन देशों का विश्व में बहुत बड़ा महत्व है। इसलिए भारत के लिए गर्व की बात है कि जी20 बैठक की मेजबानी भारत कर रहा है, और सबसे बड़ी गौरव की बात यह है कि यह बैठक मेवाड़ में हो रही है इसलिए हमारी जिम्मेदारी और भी बढ जाती है मेहमानों की मेहमान नवाजी में कोई कमी न रह जाये। शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए हमें टीम वर्क केे साथ काम करना होगा और हर रोज बैठक व वार्ता कर उन कमियों को पूरा करना होगा। पूरी चेन सिस्टम के साथ कार्य करना होगा। हर रोज नई चीज सीखने को मिलती है , यदि हम सोचते है कि हम परफेक्ट है, कोई जरूरत नही है वहीं से हमारा पराभव शुरू हो जाता है। जी20 की बैठक का जिम्मा हमें पूरे विश्वास के साथ दिया गया है उस पर हमें पुरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ खरा उतरना है दुनिया को बताना है कि भारत का अपना गौरव है, अतीत है और वह उतना ही सार्थक आज भी है।
बैठक को आईआईटीएम ग्वालियर के पूर्व निदेशक डाॅ. संदीप कुलश्रेष्ठ, राजस्थान ट्यूरिज्म विभाग की डायरेक्टर शीखा सक्सेना, स्टेट इंस्ट्ीट्यूट आॅफ होटल मैनेजमेंट की प्राचार्य डाॅ. संगीता सहगल ने भी बैठक की तैयारियों को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मेहमानों के सामने अपने वास्तविक कार्यो को ही दर्शाना है किसी प्रकार का दिखावा नहीं करना है इससे हमारी पहचान एवं गुणवत्ता बढेगी।
बैठक में होटल एसोसिएशन के यशवर्धन सिंह, सुश्री भूमि जोशी- ट्रावेल्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया, फारूख कुरेशी- इंडियन एसोसिएशन आॅफ टूर आॅपरेटर्स , दिग्विजय सिंह जगत – रीजनल गाईड एसोसिएशन , दिग्विजय सिंह राणावत – टूरिस्ट फेसिलिटेटर एसोसिएशन , त्रिलोक तंवर – पर्यटन सूचना अधिकारी पर्यटन मंत्रालय, मोहिंदर डोरिया सहित शहर के गाईड, ट्रावेल, होटल, ट्यूरिज्म फेसिलिटी, रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रतिनिधि ने भाग ले अपने सुझाव दिए।
संचालन डाॅ. मधु मुर्डिया ने किया।