कन्हैयालाल की पत्नी और बेटे बोले जब तक हत्यारों को फांसी मिल नहीं जाती, तब तक चैन नहीं

उदयपुर। देश भर में चर्चित रहे कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में एनआईए ने चार्जशीट पेश कर दी लेकिन कन्हैया के परिजनों का कहना है कि जब तक हत्यारों को सार्वजनिक रूप से फांसी की सजा नहीं दी जाती, तब तक उनका दर्द बना रहेगा। कन्हैया की पत्नी यशोदा साहू का कहना है कि वह नहीं जानती चार्जशीट क्या होती है? उन्हें तो उस दिन चैन पड़ेगा, जब उसके पति के हत्यारों को फांसी दी जाएगी। बेटा यश ने तो तब तक नंगे पैर ही रहने का प्रण ले रखा है, जब तक उसके पिता के हत्यारों को फांसी नहीं हो जाती।
राज्य सरकार की ओर से कन्हैयालाल के बेटे यश और तरूण को सरकारी सेवा प्रदान की थी और दोनों ही जिला कलक्ट्रेट परिसर स्थित जिला कोष कार्यालय में बतौर सहायक लिपिक के रूप में सेवारत हैं। उनके पिता की हत्या के मामले में एनआईए की ओर से चार्जशीट पेश किए जाने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कन्हैयालाल के बेट यश ने कहा कि यह वैधानिक प्रक्रिया है। जब तक उसके पिता के हत्यारों को फांसी नहीं हो जाती तब तक वह अपने पैरों में जूता—चप्पल आदि नहीं पहनेंगे। उसका कहना है कि मां को उसने पिता के हत्यारों के खिलाफ चार्जशीट पेश किए जाने की जानकारी दी थी। तब मां का यही कहना था कि वह नहीं जानती चार्जशीट क्या होती है? उन्हें तब ही चैन पड़ेगा, जब उसके पति के हत्यारों को सार्वजनिक रूप से फांसी की सजा दी जाएगी।
अभी तक पुलिस सुरक्षा में है कन्हैयालाल का परिवार
कन्हैयालाल का परिवार को राज्य सरकार पुलिस सुरक्षा प्रदान कर रखी है। उनकी पत्नी यशोदा घर से कम ही निकलती है लेकिन बेटा यश और तरूण रोजाना काम पर जाते हैं। उनके साथ एक पुलिसकर्मी साथ रहता है। यश का कहना है कि यह कब तक चलेगा हमें पता नहीं। इधर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वह रिस्क नहीं लेना चाहते, इसलिए परिवार को सुरक्षा दी गई है।
28 जून को कर दी थी कन्हैया की हत्या
उल्लेखनीय है कि इसी साल 28 जून को दर्जी का काम करने वाले कन्हैयालाल की हत्या कर दी थी। उदयपुर के किशनपोल क्षेत्र में रहने वाले रियाज मोहम्मद और मोहम्मद गौस धारदार हथियार लेकर कपड़े का नाप देने के बहाने उसकी दुकान पर पहुंचे और मौका पाकर धारदार हथियार से उसका सिर कलम कर दिया। इस घटना का लाइव वीडियो भी आरोपितों ने बनाया तथा उसे इंटरनेट मीडिया पर वायरल भी किया। घटना के कुछ देर बाद एक अन्य वीडियो भी आरोपितों ने इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया, जिसमें उन्होंने हत्याकांड की जिम्मेदारी लेकर धमकी भी दी। गौरतलब है कि भाजपा की प्रवक्ता रही नुपुर शर्मा के बयान को कन्हैयालाल के बेटे ने रिट्वीट किया था और उसके बाद कन्हैयालाल को सिर कलम करने की धमकी मिल रही है। जिसकी रिपोर्ट कन्हैयालाल ने धानमंडी थाने में दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया आर मामले में समझौता करा दिया था। किन्तु जब पंद्रह दिन बाद कन्हैयालाल जब अपनी  दुकान पर पहुंचे उसी दिन उसकी बेरहमी से हत्या कर दी थी। राजस्थान सरकार ने इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी थी। एनआईए ने पाकिस्तान के दो नागरिकों के अलावा उन नौ अन्य आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट पेश की, जो अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में कैद हैं।

By Udaipurviews

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