ई-फाइलिंग लागू करने वाला प्रदेश का पहला कलक्ट्रेट बना जयपुर

जयपुर, 3 दिसंबर। जयपुर कलक्टर श्री प्रकाश राजपुराहित ने एक और नवाचार के तहत जयपुर कलेक्ट्रेट में ई-फाइलिंग सिस्टम को लागू किया है। श्री राजपुरोहित ने बताया कि राजस्थान में ई-फाइलिंग लागू करने वाला जयपुर पहला कलेक्ट्रेट होगा। कलेक्ट्रेट की संस्थापन शाखा और सामान्य शाखा से ई-फाइलिंग सिस्टम की शुरुआत की गई है। जल्द ही ई-फाइलिंग सिस्टम को पूरे कलेक्ट्रेट में लागू किया जाएगा।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रथम) श्री दिनेश कुमार शर्मा ने कहा कि जयपुर जिला कलेक्ट्रेट को पेपरलैस बनाने की दिशा में ई-फाइलिंग सिस्टम मील का पत्थर साबित होगा। इस फैसले से ना केवल कागज की बचत होगी बल्कि फाइलों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग करना भी मुमकिन होगा।
क्या है ई-फाइलिंग सिस्टम
जिला कलेक्ट्रेट में अभी तक राजकार्य कागज की पत्रावलियों के माध्यम से हो रहा था। जिससे ना केवल बड़ी मात्रा में कागज की खपत हो रही थी, साथ ही इन पत्रावलियों और फाइलों का सुरक्षित संधारण सुनिश्चित करना मुश्किल होता था। अब राजस्थान सरकार के सूचना एवं तकनीकी विभाग द्वारा तैयार किये गए राजकाज सॉफ्टवेयर से सारा राजकार्य ई-फाइलिंग सिस्टम के जरिये होगा।
जिसके तहत पत्रावली भौतिक ना होकर ऑनलाइन प्रारूप में होगी। राजकाज सॉफ्टवेयर पर ही पत्रावली तैयार की जाएगी और ऑनलाइन ही संबंधित अधिकारी को अग्रेषित की जाएगी। अधिकारी अपनी एसएसओ आईडी से लॉगइन कर पत्रावली पर कार्यालय टिप्पणी कर सकेंगे या फिर डिजिटल साइन के माध्यम से फाइल का अनुमोदन कर सकेंगे। साथ ही ऑनलाइन ही आदेश भी जारी हो सकेंगे।
सुशासन की दिशा में ई-फाइलिंग बड़ा कदम
ई-फाइलिंग सिस्टम लागू होने से जयपुर कलेक्ट्रेट में कार्यालय टिप्पणी से लेकर पत्रावली अनुमोदन तक की सारी प्रक्रिया पेपर लैस हो जाएगी और फाइलों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जा सकेगी। फाइलों के फिजिकल मूवमेंट नहीं होने से पेपर, समय और मानवश्रम की बचत तो होगी ही साथ ही वर्क फ्रॉम होम और वर्क ऎनी वेयर, ऎनी टाइम की अवधारणा भी मुमकिन हो पाएगी। राजकीय कार्यों में सरलता और पारदर्शिता तो आएगी ही साथ ही पत्रावलियों का संचालन और संधारण पहले के मुकाबले और आसान हो जाएगा। सूचना प्रोद्योगिकी एवं संचार विभाग के जिला कार्यालय में भी ई-फाइलिंग सिस्टम लागू कर दिया गया है
By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!