आर.एन.टी. मेडिकल कॉलेज एवं एमबी अस्पताल के विस्तार के लिए पशु चिकित्सालय व चर्च भूमि अधिग्रहण को लेकर सांसद रावत का मुख्यमंत्री को पत्र

-सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने भविष्य के लिए विस्तार को जरुरी बताया
उदयपुर। सांसद डॉ मन्नालाल रावत ने आर.एन.टी. मेडिकल कॉलेज एवं महाराणा भूपाल अस्पताल, उदयपुर के परिसर विस्तार के लिए पास ही स्थित पशु चिकित्सालय एवं चर्च (गिरजाघर) की भूमि के अधिग्रहण के संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। सांसद ने मुख्यमंत्री को बताया है कि इस भूमि के अधिग्रहण से उदयपुर में चिकित्सा व्यवस्था को और सुदृढ किया जा सकता है।
सांसद डॉ रावत ने प्रधानाचार्य, रवीन्द्रनाथ टेगौर आयुर्विज्ञान महाविद्यालय एवं नियंत्रक, संयुक्त चिकित्सालय संघ के साथ ही कुछ संगठनों के आग्रह पत्र का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री को बताया है कि उदयपुर शहर में वर्ष 1961 से रविन्द्रनाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज (आर.एन.टी मेडिकल कॉलेज) एवं महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय संचालित है। यह चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय राज्य के उदयपुर संभाग जो जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र के साथ ही मध्यप्रदेश राज्य के नीमच, मन्दसौर जैसे मालवा क्षेत्र के जिलों को अपनी स्वास्थ्य सेवाएं दे रहा है। आर.एन.टी मेडिकल कॉलेज राज्य का एक प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज है, जो मेडिकल छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान कर रहा है। साथ ही महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय क्षेत्र में निरन्तर बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान कर रहा है। वर्ष 1961 से वर्तमान में इस महाविद्यालय के स्नातक एवं स्नात्तोकर शिक्षा हेतु सीटों में एवं चिकित्सालय में उपचार हेतु रोगियों की संख्या में कई गुना वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री के विकसित भारत 2047 विजन के अनुरूप यहां चिकित्सकीय सेवाओं का विस्तार करने की अत्यन्त आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री के जानकारी में लाया गया है कि आर.एन.टी मेडिकल कॉलेज एवं महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय की सेवाओं, शैक्षणिक एवं चिकित्सकीय गतिविधियों के लिए अतिरिक्त भूमि की अत्यन्त आवश्यकता है। क्षेत्र के सभी विशेषज्ञों एवं आमजन का मानना है कि ये दोनों संस्थान जहां है एकीकृत रूप से वहीं रहने चाहिए परन्तु इसी परिसर में नवीन आधुनिक व्यवस्थाओं के लिए परिसर का विस्तार भी होना चाहिए।
इस सम्बन्ध में कई ज्ञापन प्राप्त हुए हैं जिसमे आम राय है कि महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय से सटे हुए राजकीय पशु चिकित्सालय के परिसर एवं कार्यालय की भूमि महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय को दी जा सकती है। साथ ही महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय की वर्तमान एवं भविष्य की सेवाओं व आवश्यकता के लिए इस चिकित्सालय से सटे चर्च (गिरजाघर) की भूमि को भी चिकित्सालय उपयोग करने हुए चर्च (गिरजाघर) को अन्यत्र स्थानान्तरित किया जाना चाहिए। उदयपुर शहर में ईसाई धर्मावलम्बी अत्यन्त कम है और शहर में कई शैक्षणिक संस्थाओं में उत्तम स्तर एवं दर्जे के कई चर्च संचालित है जिससे ईसायत पूजा अर्चना समागम के लिए कोई बाधा उत्पन्न नहीं होगी। ईसाई धर्म दुनिया में इस बात के लिए जाना जाता है कि प्रभु के पुत्र ईशु दया के पात्र है और मिशनरी को प्रोन्नत कराते है, सर्विस (सेवा) की बात करते है। इसलिए कोई समस्या भी नहीं है।
उदयपुर शहर में स्वास्थ्य सेवा एवं जनजातीय क्षेत्र में भविष्य की चिकित्सकीय आवश्यकताओं को देखते हुए भी विस्तार की जरुरत है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरएन. सुमन ने एक संवाद कार्यक्रम में सबके सामने व्यक्त किया कि महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय का विस्तार आवश्यक है। यह भी बताया गया है कि पशु चिकित्सालय को शहर के नजदीक टीबी चिकित्सालय, बड़ी परिसर की 59 हैक्टेयर भूमि उपलब्ध कराई जा सकती है। साथ ही पशुपालन ग्रामीण अर्थव्यवस्था का विषय है और इसके लिए विस्तृत परिसर की आवश्यकता होती है जो उक्त स्थान पर निर्मित की जानी चाहिए। इसी आधार पर पशुपालन विभाग को उदयपुर शहर के सब-अरबन क्षेत्र बड़ी ग्राम में टीबी चिकित्सालय परिसर में भूमि आवंटित की जा सकती है।

By Udaipurviews

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