उदयपुर 12 जुून / विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि बालश्रम की समस्या पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर चुनौती बनी है, इसको रोकने के लिए कानून भी बनाये गये है, लेकिन तमाम कानूनी प्रतिबंधों के बावजूद कई उद्योग में बच्चे काम कर रहे है। उन्होने कहा कि आम जन की जागरूकता के बिना बाल श्रम को रोकना असंभव है। विद्यापीठ बाल श्रम, बाल मजदूरी, बाल विवाह जैसे बच्चों से सम्बंधित शोषण को रोकने के लिए चाईल्ड लाईन के माध्यम से 2002 से इस दिशा में काम रहा है और हर वर्ष बच्चों को बाल श्रम से मुक्त करा उन्हे शिक्षा से जोडा है। प्रो. सारंगदेवोत ने आमजन से अपील की है कि बच्चों से सम्बंधित किसी प्रकार के शोषण, समस्या के लिए हेल्प लाईन नम्बर 1098 पर सूचना दे सकते है जिस पर सम्बंधित थाने के साथ मिलकर त्वरित कार्यवाही की जाती है। अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन आईएलओ की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में 5 और 17 वर्ष उम्र के बीच 15 करोड से ज्यादा बच्चे बाल मजदूरी करने को विवश है। वैश्विक महामारी कोरोना के बाद इसमे ओर अधिक बढोतरी हुई है।
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस-जागरूकता के बिना बाल श्रम रोकना असंभव – प्रो. सारंगदेवोत
