राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान अंतर्गत तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ

समस्याओं के स्थाई समाधान की योजना बनाकर प्रस्ताव तैयार करें -जिला कलक्टर
उदयपुर, 1 दिसंबर। राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत ब्लॉक स्तरीय दक्ष प्रशिक्षक का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ गुरुवार को जिला परिषद सभागार में जिला प्रमुख सुश्री ममता कंुवर, जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने मां सरस्वती की छवि के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विकास कार्यों की योजनाओं में प्रभावी बदलाव लाकर ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करना है।
योजनाओं की जागरुकता जरुरी
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन तभी संभव है जब आमजन में इन योजनाओं के प्रति जागरूकता हो और ग्राम पंचायत स्तरीय अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण वहां की स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण विकास का खाका तैयार करें। उन्होंने कहा कि पेयजल से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए योजना बनाते समय स्थायी समाधान को ध्यान में रखकर स्थायी स्त्रोत विकसित करें।
कार्यशाला में जिला प्रमुख ने कहा कि ब्लॉक स्तरीय अधिकारी गण योजनाओं का ग्राम्यांचलों में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें ताकि ग्रामीण इनका लाभ उठा सकें व दूसरों को को भी प्रेरित कर सके। उन्हांेंने कहा कि पंचायतों में होने वाली ग्राम सभाओं में विकास कार्यों के प्रस्ताव तैयार करते समय वहां की भौगोलिक परिस्थितियों का भलिभांति अवलोकन कर लें उसके बाद ही प्रस्ताव को अंतिम रूप दें।
सार्वजनिक हित को ध्यान में रखकर कार्य योजना तैयार करें
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मयंक मनीष ने कहा कि कार्यशाला में बताए गए ग्रामीण विकास के तौर-तरीकों को गंभीरता से सुने और अपने-अपने कार्य क्षेत्र में दक्ष प्रशिक्षक के रूप में सुव्यवस्थित तथा सार्वजनिक हित को ध्यान में रखकर कार्य योजना तैयार करें।
मुख्य आयोजना अधिकारी ने प्रशिक्षण देते हुए कहा कि वर्ष 2023-24 में ग्रामीण विकास के लिए प्लान तैयार करते समय विभिन्न बिंदुओं यथा गरीबी मुक्त, आजीविका, कौशल विकास, आत्मनिर्भर गांव, स्वस्थ, बाल हितैषी, जल पर्याप्तता, बुनियादी ढांचे का विकास, स्वच्छ व निरोगी गांव, महिला सुरक्षा आदि का ध्यान रखते हुए योजनाओं को तैयार करें जिससे ग्रामीणों का सर्वांगीण विकास हो सके। इस अवसर पर ब्लॉक तथा ग्राम पंचायत स्तरीय दक्ष प्रशिक्षक उपस्थित थे। जिन्हें पीपीटी के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण का समापन 3 दिसंबर को होगा।

By Udaipurviews

Related Posts

error: Content is protected !!