हजारों गुरुभक्तों ने किए गुरुदेव के दर्शन, दिनभर लगा रहा गुरुभक्तों का मेला
सद्गुरु उत्तम स्वामी महाराज ने दिया आत्मदर्शन का संदेश:
बांसवाड़ा, 10 जुलाई/शहर के उदयपुर रोड़ जानामेड़ी स्थित उत्तम सेवा धाम में महामंडलेश्वर ईश्वरानंद ध्यानयोगी महर्षि उत्तम स्वामी के सानिध्य में गुरुवार को गुरु पूर्णिमा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर न सिर्फ वागड़ अंचल अपितु प्रदेश के कई जिलों व 11 राज्यों के हजारों गुरुभक्त की उपस्थिति में दिनभर यहां मेला लगा रहा। गुरुभक्तों ने इस दौरान यहां पहुंच कर गुरुदेव ध्यानयोगी उत्तम स्वामी के दर्शन, पूजन कर आशीर्वाद ग्रहण किया। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आज गुरुदीक्षा भी ली।
गुरुवार को एक बार फिर आस्था, भक्ति और अध्यात्म का विराट संगम बन गया। राजस्थान ही नहीं, देश के 11 राज्यों से आए हजारों गुरुभक्तों की उपस्थिति में महामंडलेश्वर ईश्वरानंद ध्यानयोगी उत्तम स्वामी महाराज ने सद्गुरु की महिमा और आत्मदर्शन के महत्व पर गूढ़ संदेश दिए।
सद्गुरु ही जीवन को सफल बनाता है”: उत्तम स्वामी महाराज : अपने आध्यात्मिक प्रवचनों में स्वामी उत्तम महाराज ने कहा कि सद्गुरु ही संसार में रहकर समाधि का मार्ग प्रशस्त करता है। आत्मदर्शन करा सकता है और जीवन का वास्तविक उत्थान कर सकता है।”
उन्होंने समझाया कि राम, कृष्ण, विवेकानंद या शंकराचार्य को न भी देखा हो, लेकिन यदि किसी ने अपने सद्गुरु को देख लिया, उन्हें आत्मसात कर लिया — तो उसका जीवन सफल हो सकता है।
स्वामीजी ने स्पष्ट कहा कि –चार वेद, अठारह पुराण और विश्वभर के संत यही कहते हैं कि सद्गुरु के आश्रय से ही परमगति और परमात्मा की प्राप्ति संभव है। ईश्वर के धाम तक ले जाने वाला सद्गुरु ही है। वह अज्ञान रूपी चक्षुओं का शोधन कर ज्ञान चक्षु खोल देता है।
उन्होंने बताया कि संसार प्रारब्ध से चलता है, लेकिन उसमें पुरुषार्थ का विशेष महत्व है। उन्होंने राम का वनवास, कृष्ण का कारावास में जन्म और पांडवों की पीड़ा को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया।
आत्मतत्व को प्रदान करते हैं सदगुरु: उत्तम स्वामी ने कहा कि कि गुरु का अर्थ आत्म तत्व की प्राप्ति होता है ,हमें आत्म तत्व की प्राप्ति में निरंतर रत रहना चाहिए। यह गुरु तत्व जगत का श्रेष्ठ तत्व है। उन्होंने मानव जीवन में गुरु की आवश्यकता को अपरिहार्य बताया और कहा कि गुरु की तुलना किसी से नहीं हो सकती है। विचार रुपी गंगा गुरु लाता है। इस गुरु की शरण में हमें दिमाग से नहीं दिल से जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि सद्गुरु को ढूंढ़ने की दृष्टि हममें होनी चाहिए। जीवन में एक बार सद्गुरु को प्राप्त कर लिया तो कुछ भी अप्राप्त नही रह जाता।
उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने जताई मानवता और गुरु भक्ति की आवश्यकता : इस अवसर पर राजस्थान के उपमुख्यमंत्री श्री प्रेमचंद बैरवा ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि गुरुदेव के प्रवचनों के एक-एक शब्द को यदि हम जीवन में उतार लें, तो हमारा मनुष्य जीवन सफल हो सकता है। उन्होंने गुरु परंपरा को सनातन धरोहर बताते हुए मानवता के कल्याण और प्रकृति के हर तत्व को सम्मान देने का आग्रह किया।
प्रह्लाद मोदी और संत समाज की गरिमामयी उपस्थिति: गुरु पूर्णिमा महोत्सव की शोभा तब और बढ़ गई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी ने भी गुरु दर्शन किए। उन्होंने कहा कि भगवान को प्राप्त करने के लिए पथ प्रदर्शक की आवश्यकता होती है, और वह कार्य गुरु करते हैं। गुरु पूर्णिमा केवल एक पर्व नहीं, बल्कि जीवनभर गुरु स्मरण और भक्ति का संकल्प है।
उन्होंने यह भी बताया कि कैसे उत्तम स्वामी जी बिना किसी बैंक खाता या भौतिक संचय के, जनजाति अंचल के विद्यार्थियों के भविष्य को आकार देने का अद्वितीय सेवा कार्य कर रहे हैं।
गुरुभक्त मंडल और विधायक ने जताया सम्मान: अखिल भारतीय गुरुभक्त मंडल के श्री तपन भौमिक ने बताया कि उत्तम स्वामी जी ने केवल 13 वर्ष की उम्र में संन्यास लिया था और आज 50वें वर्ष में प्रवेश कर, पूरे देश में सनातन धर्म की ध्वजा फहरा रहे हैं।
विधायक श्री शत्रुघ्न गौतम, जो इस बार के मुख्य यजमान भी थे, ने कहा कि गुरुदेव ने नर्मदा परिक्रमा, शक्तिपीठों और धार्मिक स्थलों पर कथा-पाठ और यज्ञ जैसे आयोजनों के माध्यम से जनकल्याण का अनुपम कार्य किया है।
गुरुपूजा और महाआरती में उमड़ी आस्था की लहर:
गुरु पाद पूजन व गुरुमंत्र दीक्षा भी हुई :
उत्तम सेवा धाम पर मंगलवार को गुरु पूर्णिमा महोत्सव के तहत सुबह सामूहिक गुरुपूजन हुआ जिसमें दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने गुरु पादपूजन किया और आरती उतारी।
गुरु पूर्णिमा महोत्सव के मुख्य यजमान केकड़ी विधायक शत्रुघ्न गौतम थे व अमेरिका की अनुराधा शर्मा व उपखंड अधिकारी ईश्वर लाल व गुरु भक्त मंडल गुजरात विशेष सहयोगी थे। इस दौरान गुरु महिमा के भजनों की स्वर लहरियां धाम परिसर को गूंजायमान करती रही। दोपहर में गुरुमंत्र दीक्षा हुई जिसमें सैकड़ों लोगों ने गुरुदीक्षा ग्रहण की।
समारोह के आरंभ में गुरुदेव का पाद पूजन पूर्व संसदीय सचिव व केकड़ी के विधायक शत्रुघ्न गौतम व उनकी धर्मपत्नी रजनी गौतम ने प.दिव्य भारत पंड्या के आचार्यत्व में मंत्रोच्चार के साथ किया। इस मौके पर गुरु भक्त मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तपन भौमिक, किसान संघ के अखिल भारतीय संगठन मंत्री गजेन्द्र सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख श्रीवर्धन, प्रांत प्रचारक जोधपुर विजयानंद, राजस्थान के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख शिव लहरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छोटे भाई प्रहलाद मोदी, दिनेश भट्ट, ओम पालीवाल, लाभचंद पटेल, भारत माता परियोजना प्रमुख धर्मराज, गढ़ी विधायक कैलाश मीणा, भाजपा जिलाध्यक्ष पूंजीलाल गायरी, पूर्व सांसद मानशंकर, निखिल त्रिवेदी, सहित राजस्थान ,मध्यप्रदेश ,महाराष्ट्र , गुजरात,उत्तरप्रदेश ,उत्तराखंड,हरियाणा ,दिल्ली व अनेक राज्यों के हजारों की संख्या में गुरुभक्त मौजूद थे। समारोह का आकर्षक संचालन साहित्यकार सतीश आचार्य ने किया।
गुरु पूर्णिमा महोत्सव ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि श्रद्धा और सेवा से ओतप्रोत आयोजन न केवल आत्मिक बल प्रदान करते हैं, बल्कि समाज को जागरूकता और दिशा भी देते हैं। जानमेड़ी का यह आयोजन अध्यात्मिक चेतना का सशक्त केंद्र बन चुका है, जहां श्रद्धा, सेवा और सत्संग की त्रिवेणी बहती है।