(प्रतीक जैन)
खेरवाड़ा, राणी रोड़ स्थित आकार कॉलेज में सीईओ के निर्देशन में अहिल्या बाई होल्कर जयंती पर कार्यशाला एवं प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ सी के जैन के नेतृत्व में प्रभारी उप प्राचार्य भावना मेघवाल द्वारा कार्यशाला के दौरान बताया गया कि अहिल्याबाई होल्कर का जन्म 31 मई, 1725 को महाराष्ट्र के अहमदनगर के चोंडी गाँव में हुआ था। इन्हें महारानी अहिल्याबाई होल्कर के नाम से भी जाना जाता है, जो अपनी बुद्धिमत्ता, साहस और प्रशासनिक कौशल के लिए जानी जाती थीं। उन्होंने कई मंदिरों, घाटों, कुओं और सड़कों का निर्माण करके समाज की बेहतरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अन्य वक्ता नितिन परमार ने कहा कि महारानी अहिल्याबाई एक विनम्र एवं उदार शासक जिनके अंदर जरूरमदों, गरीबों और असहाय व्यक्ति के लिए दया और परोपकार की भावना कूट-कूट कर भरी हुई थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित कर दिया था। अहिल्याबाई हमेशा अपनी प्रजा और गरीबों की भलाई के बारे में सोचती रहती थी। उन्होंने समाज में विधवा महिलाओं की स्थिति, महिलाओं की शिक्षा पर काम किया किया। अहिल्याबाई महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। कार्यशाला के पश्चात अहिल्या बाई के जीवन, चरित्र, आदर्शों एवं उपदेशों पर प्रश्नोत्तरी आयोजित की गई। कार्यशाला एवं प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में कला संकाय के द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थी उपस्थित रहे।