-सुभाष शर्मा
उदयपुर: राजस्थान पुलिस आदिवासी क्षेत्रों में एक अनूठा प्रयोग कर रही है। राज्य के पुलिस अधिकारी, विशेषकर महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक, आदिवासी बच्चों को पढ़ाने के लिए गांवों में जा रहे हैं। वे न केवल बच्चों को पढ़ा रहे हैं बल्कि उन्हें करियर के विकल्पों के बारे में भी जानकारी दे रहे हैं।
पुलिस अधिकारी बच्चों के गुरु बने :
राज्य के उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिलों में पुलिस अधिकारी सप्ताह में एक दिन गांवों में जाकर आदिवासी बच्चों को पढ़ाते हैं। वे छोटे बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा देते हैं और बड़े बच्चों को विभिन्न पाठ्यक्रमों और सरकारी नौकरियों के बारे में जानकारी देते हैं। पुलिस अधिकारी बच्चों को समय-समय पर भ्रमण पर भी ले जाते हैं।
आदिवासी समुदाय में बदलाव :
इस पहल के कारण आदिवासी समुदाय में पुलिस के प्रति नजरिया बदल रहा है। पहले जहां आदिवासी पुलिस से डरते थे, अब वे उन्हें अपना दोस्त मानते हैं। पुलिस अधिकारी भी आदिवासियों की संस्कृति और रीति-रिवाजों को समझ रहे हैं और उन्हें रूढ़िवादी परंपराओं से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक कर रहे हैं।