अमरपुरा/सलूंबर. नवजीवन गरीबोत्थान सेवा संस्थान के संस्थापक सखाराम मेघवाल ने बताया कि केवडा पुलिस चोकी प्रभारी उपनिरीक्षक राजेंद्र सिंह, हरिसिंह अपनी टीम मय जाब्ते के साथ केवडा नाल में नियमित रात्रिकालिन गश्त पर थे तभी अचानक उनकी नजर एक अज्ञात लावारिस बुजुर्ग व्यक्ति पर पडी जो अंधेरे में अर्धनग्न, नंगे पांव और रूहे काप उठे जैसी अत्यंत ही दयनीय अवस्था में सडक किनारे मिला। वह मानसिक रूप से भी असंतुलित प्रतीत हो रहा था और अपनी पहचान बताने में असमर्थ है। बुजुर्ग की स्थिति को देखकर मानो ऐसा लग रहा है कि न जाने कितने दिनों से भोजन भी नही करा है पुलिस टीम तुरंत हरकत में आई। आसपास कोई नहीं था जो उसकी मदद कर सके। पुलिस की मानवीय तत्परता ने बचाई एक जान उन्होंने न केवल बुजुर्ग को उठाकर प्राथमिक सहायता दी, बल्कि संवेदनशील निर्णय लेते हुए उसे तुरंत सुखधाम वृद्धाश्रम में पहुंचाया।
सुखधाम वृद्धाश्रम पहुंचते ही उस व्यक्ति को भोजन, वस्त्र, प्राथमिक चिकित्सा और मानसिक काउंसलिंग दी गई। आश्रम की काउंसलर निर्मला चौहान ने बताया कि व्यक्ति मानसिक रूप से आहत और सामाजिक संपर्क वर्षों से कट चुका लगता है जिस कारण परिवार के लोगो ने दुरिया बना रखी है। लेकिन यहां के शांत, सहयोगी और सेवाभावी वातावरण में अब उसकी हालत धीरे-धीरे स्थिर हो रही है।
इस वक्त सामाजिक कार्यकर्ता मांगीलाल बुनकर, अमरपुरा पूर्व सरपंच रामजी मीणा, सुखधाम वृद्धाश्रम प्रभारी लाॅयर नरेश कुमार भार्गव, कर्मचारी सुमिला कुमारी, पायल मेघवाल सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रही, जिन्होंने इस कार्य को सेवा का अवसर समझकर निभाया। वृद्धाश्रम प्रभारी भार्गव ने बताया, कि “आज की दुनिया में जहां लोग अपनों को भी ठुकरा देते हैं, वहां एक अजनबी के लिए सेवा करना ही असली मानव धर्म है।”
सखाराम मेघवाल ने समाज से अपील करते हुए कहा है कि यदि कोई व्यक्ति इस बुजुर्ग को पहचानता है, या उसके परिजनों के बारे में जानकारी रखता है, तो कृपया सुखधाम वृद्धाश्रम अमरपुरा सलूंबर या पुलिस चोकी केवडा से संपर्क करें। आश्रम प्रशासन का उद्देश्य केवल देखभाल करना नहीं, बल्कि उसका सर्वोतम हित को देखते हुए पारिवारिक पुनर्वास कर उसे परिवार से पुनः जोडना भी है। यदि आपके आस-पास कोई बुजुर्ग है जो देखभाल, प्रेम और सम्मान के भूखे हैं तो कृपया उन्हें सुखधाम वृद्धाश्रम तक पहूॅचाने में हमारी मदद करें। क्योंकि बुजुर्ग सिर्फ हमारी जिम्मेदारी नही हमारे संस्कार है। सुखधाम वृद्धाश्रम सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा पंजीकृत हैं ।