उदयपुर 05 फरवरी / इन्टेक उदयपुर चेप्टर द्वारा प्रकाशित हाड़ौती क्षेत्र के उपरमाल पठार में उपलब्ध प्रागैतिहासिक काल के शैल चित्रो पर आधारित पुस्तक का विमोचन जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय के कुलपति सचिवालय के सभागार में कुलपति कर्नल प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, कुल प्रमुख भवर लाल गुर्जर, नीलकमल पाण्डे, आशुतोष पाण्डे ने किया। इस पुस्तक को स्व. प्रो. ललित पाण्डे, विज्ञान महाविद्यालय के पूर्व अधिष्ठाता प्रो विनोद अग्रवाल, उदयपुर इंटेक चेप्टर के समन्यवक गौरव सिंघवी, भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के सहायक आचार्य डा. हेमंत सेन द्वारा सम्पादित की गई है। प्रो. विनोद अग्रवाल ने बताया कि हाड़ौती क्षेत्र में आदिमानव सभ्यता होने के कई प्रमाण मिले है , जिसमें गुफाओ मे निर्मित शैल चित्र के साथ साथ आदिमानव द्वारा प्रयुक्त लिए गए जाने वाले पाषाण काल के पत्थर निर्मित ओजार मिले है जो यह बताते है कि हाड़ोती क्षेत्र मे 2 लाख साल पूर्व से लेकर ऐतिहासिक काल तक आदिमानव सभ्यता विकसित होती रही । यहां पर 400 से अधिक शैल चित्रो का एकत्रीकरण एवं वर्गीकरण किया गया। शैलचित्रों में विभिन्न जगली जानवर के अलावा मानव आकृतियां एवीएम ज्वामिति आकृतियां पाई गई। कार्यक्रम में रजिस्ट्रार डाॅ. तरूण श्रीमाली, सुशील कुमार दशोरा सहित इन्टेक चेप्टर के पदाधिकारी, विश्वविद्यालय के अकादमिक एवं गैर अकादमिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
हाड़ौती क्षेत्र के शैल चित्रों की पुस्तक का हुआ विमोचन
