अजमेर 11 अगस्त। अजमेर विद्युत वितरण निगम ने खेतडी टाउन उपखण्ड के तकनीकी कर्मचारी अशोक कुमार टेक्निशियन आई, इंचार्ज 11 केवी फीडर मेहाडा जाटुवास के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए निलंबित कर दिया। प्रबंध निदेशक एन एस निर्वाण ने बताया की दोषी कर्मचारी कार्यरत फीडर इंचार्ज अशोक कुमार ने जानबूझ कर उपभोक्ताओं के मीटरो से कम रीडिंग दर्ज की और निगम को आर्थिक नुकसान पहुचाया।
प्रकरण में जांच दल गठित कर मेहाडा जाटुवास फीडर के उपभोक्ताओं के विद्युत मीटरो की रीडिंग का फीडर इंचार्ज द्वारा रीडींग लेकर बिलिंग करवाने के बाद क्रॉस रीडिंग वेरिफिकेशन करवाया गया। 11 केवी फीडर मेहाडा जाटुवास पर कुल 60 उपभोक्ताओं के मीटरों में 35452 यूनिट रीडिंग अतिरिक्त पाई गई। अतिरिक्त रीडिंग वाले कुल 60 उपभोक्ताओं में से 10 उपभोक्ताओं के विद्युत मीटरों में 1000 यूनिट से अधिक अतिरिक्त यूनिट पाई गई है। सचिव एन एल राठी द्वारा आदेश जारी कर निलम्बित दोषी कर्मचारी अशोक कुमार का मुख्यालय अधीक्षण अभियंता ;ओएंडएम नागौर किया गया है।
’अजमेर डिस्कॉम ने 2 दिन में 415 जगह पकड़ी बिजली चोरी’ ’1.35 करोड रूपये का लगाया जुर्मानाए जारी रहेगा अभियान’
अजमेर 11 अगस्त। अजमेर विद्युत वितरण निगम ने बिजली चोरों के जंग छेड़ रखी है। निगम द्वारा बिजली चोरों के विरुद्ध चलाए जा रहेए सतर्कता अभियान के तहत सतर्कता शाखा ने 08 व 10 अगस्त को अलग.अलग जगह छापे मारकरए 415 बिजली चोरिया पकड़ी और इन पर 1.35 करोड रूपये का जुर्माना लगाया ।
प्रबन्ध निदेशक एन एस निर्वाण ने बताया कि डिस्कॉम के अलग-अलग वृतों से मिल रही विद्युत चोरियो की शिकायतों पर कार्यवाही करते हुएए विशेष सतर्कता अभियान चलाया गया है। इस अभियान के तहत अजमेर जिले में विद्युत चोरी के 8 प्रकरण राजस्व 4.68 लाख, भीलवाड़ा वृत में 27 प्रकरण, राजस्व 8.49 लाख, नागौर वृत में 75 प्रकरण, राजस्व 22.85 लाख, झुंझुनू वृत में 115 प्रकरण, राजस्व 27.87 लाख, सीकर वृत में 36 प्रकरण, राजस्व 14.52 लाख, चित्तौड़गढ़ वृत में 60 प्रकरण, राजस्व 21.10 लाख, बांसवाड़ा वृत में 12 प्रकरण, राजस्व 2.86 लाख, राजसमंद वृत में 23 प्रकरण, राजस्व, 14.48 लाख और उदयपुर वृत में 59 प्रकरण, जिसका राजस्व 18.15 लाख निर्धारित किया गया।
निर्वाण ने बताया कि आने वाले समय में इस अभियान को और अधिक गति दी जाएगी, जिससे विद्युत छीजत में कमी की जाकर सरकार के लक्ष्यों को हासिल किया जा सके। उन्होंने बताया कि अगर विद्युत चोरी वाले उपभोक्ता अगर जुर्माना राशि संबंधित कार्यालय में नही जमा करवाते है तो उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।