उदयपुर। शहर के नए उभरते स्वरांजलि म्यूजिक ग्रुप ने आज सेक्टर 14 स्थित मंगल व्यू रिसोर्ट में अपना दूसरा धमाकेदार आयोजन कर सुर सम्राट किशोर दा को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। ग्रुप संस्थापक विकास सोनी ने बताया कि स्वरांजलि म्यूजिक ग्रुप के आज दूसरे आयोजन में स्वर्गीय किशोर दा की जन्म तिथि पर सुरसाधकों ने श्रद्धांजलि अर्पित की, आज के इस आयोजन में सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश श्री पीएस चौहान साहब, सेवानिवृत्त तहसीलदार मोहन सोनी, सीआईडी सब इंस्पेक्टर श्री अरविंद सालवी सहित कई अधिकारी, उद्यमी, इंजीनियर और व्यवसायी शामिल थे।
नूतन बेदी द्वारा सरस्वती वंदना के पश्चात वाटिका के ओनर श्री गजेंद्र सोनी ने मेरे सपनों की रानी गाकर….. लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया।
इसके पश्चात दिनेश सिंह थापा ने आते-जाते खूबसूरत … दिव्या सारस्वत ने हमें और जीने की चाहत ना होत….. निखिल माहेश्वरी ने तेरी दुनिया से होकर मजबूर….. और सुरेश थापा ने मेरे दिल में आज क्या है….. गाकर किशोर दा को श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में गौरव सोनी ने रात कली एक ख्वाब में आई…. , चित्तौड़गढ़ से आये निशा कौशिक ने ओ साथी रे तेरे बिना भी क्या जीना…. और बालेश गौड़ ने जिंदगी का सफर…. गाकर खूब तालियां बटोरी, नेहा वैष्णव ने कब के बिछड़े हुए…. और सुशील वैष्णव ने चाहिए थोड़ा प्यार….. गाकर दर्शकों को दांतो तले अंगुली दबाने पर मजबूर कर दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अर्थ के चीफ फाइनेंस ऑफिसर विकास सोनी ने की, वहीं संरक्षक स्वर्ण आभूषण निर्माता गजेंद्र सोनी और मुख्य अतिथि के रूप सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश पी एस चौहान साहब ने शिरकत की, कार्यक्रम का संचालन श्रीमती नूतन बेदी और नारायण सालवी ने किया।
इसके पश्चात श्री अरविंद सालवी ने छूकर मेरे मन को…. चंदासोनी ने चलते-चलते मेरे यह गीत…. मोहित माथुर ने यह जो मोहब्बत है….. आर पी सोनी ने चेहरा है या चांद खिला…. अरुण जी चौबीसा ने खिजा के फूल…. और नारायण सालवी ने वादा तेरा वादा….. गाकर लोगों को वाह वाह करने पर मजबूर कर दिया।
श्रद्धांजलि देने वालों में श्री पंकज आर्य ने दिल क्या करे…., क्षितिज चूलेट ने यह दिल ना होता बेचारा ….. पुष्कर नायक ने दिलबर मेरे कब तक …. कमल जी जुनेजा ने जिंदगी प्यार का गीत है ….. पंकज जी मालपानी ने पल-पल दिल के पास…. विष्णु जी वैष्णव ने दिल ऐसा किसी ने मेरा तोड़ा….., विकास गॉड ने तुम भी चलो हम भी चले…. गाकर दर्शकों की तालियां बटोरी।
मुख्य अतिथि श्री पी एस चौहान ने फूलों के रंग से… संस्थापक विकास स्वर्णकार ने पल भर के लिए कोई ….. गाया तो दर्शक वाह वाह कर उठे, अंत में कार्यक्रम के संयोजक श्री मोहन सोनी ने- ये शाम मस्तानी …. और सहसंयोजक श्री योगेश उपाध्याय ने- कभी बेकसी ने मारा ….. गाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने सामूहिक रूप से-जिंदगी एक सफर है सुहाना… गाकर किशोर दा को सामूहिक श्रद्धांजलि दी ।