डब्ल्यूजेडसीसी में सूत्रधार कार्यशाला का हुआ शुभारंभ

उदयपुर. पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र उदयपुर में सात दिवसीय सूत्रधार कार्यशाला का बागोर की हवेली में बुधवार को शुभारंभ हुआ। केंद्र निदेशक श्रीमती किरण सोनी गुप्ता ने दीप प्रज्वलन से इसका विधिवत उद्घाटन किया।
श्रीमती  किरण  सोनी  गुप्ता ने उद्घोषणा के महत्व को उजाघर करते हुए बताया कि इसमें ग़लती की कोई गुंजाइश नहीं होती। उद्घोषक को विषय के ज्ञान के साथ चौंकना रहना अनिवार्य होता है।
आज के प्रमुख वक्ता जयपुर के प्रसिद्ध रंग निर्देशक एवं वाणीकार श्री राजीव आचार्य ने ‘उद्घोषण का मनोविज्ञान’ पर बोलते हुए युवा संभागियों को सूत्रधार की परिभाषा समझाकर अभिनय के विभिन्न आयामों को बताया। आकाशवाणी के पूर्व निदेशक एवं साहित्यकार डॉक्टर इंद्रप्रकाश श्रीमाली ने ‘दृश्य श्रव्य माध्यम: प्रस्तुति कला’ विषयक वार्ता में संभागियों को अक्षरों और वाक्यों की बनावट से लेकर उच्चारण तक के महत्व को साझा किया।
सात दिवसीय इस  कार्यशाला में मंच संचालन से जुडी हर गतिविधि की बारीकी को विशेषज्ञों द्वारा बताया जावेगा। केंद्र के कार्यक्रम अधिकारी श्री विलास जानवे ने संभागियों का स्वागत किया और विशेषज्ञों का परिचय दिया ।
11 मई 2023 को श्री महेंद्र सिंह लालस – ‘भाषाई शुद्धता कितनी ज़रूरी’ पर सत्र लेंगे और श्री राजीव आचार्य ‘‘लोक कलाओ की प्रस्तुति’’ में चुनौतियाँ पर अपना ज्ञान और अनुभव बाटेंगे।
By Udaipurviews

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